Sohna : अनशन पर बैठे छात्रों की बिगड़ी तबीयत...

गांव दमदमा में सड़क के किनारे अनशन पर बैठे छात्र-छात्राओं की हालत लगातार बिगड़ रही है कई छात्र छात्राओं को उल्टी दस्त की शिकायत हो रही है लेकिन अनशन के 13 दिन भी छात्र मजबूती से अनशन पर डटे हुए हैं ।छात्रों का प्रशासन व सरकार के प्रति भारी रोष पनप रहा है छात्रों का कहना है कि अनशन के 13 दिन तक भी उन्हें सरकार व शिक्षा विभाग के द्वारा कोई भी ठोस आश्वासन नहीं मिला है। लगातार बढ़ रही गर्मी में छात्र सड़क के किनारे बैठ कर पढ़ रहे हैं इनमें से अधिकतर छात्र छात्राओं की तबीयत खराब हो रही है ।

Sohna : अनशन पर बैठे छात्रों की बिगड़ी तबीयत...
Sohna (Sanjay Raghav) ||  गांव दमदमा में सड़क के किनारे अनशन पर बैठे छात्र-छात्राओं की हालत लगातार बिगड़ रही है कई छात्र छात्राओं को उल्टी दस्त की शिकायत हो रही है लेकिन अनशन के 13 दिन भी छात्र मजबूती से अनशन पर डटे हुए हैं ।छात्रों का प्रशासन व सरकार के प्रति भारी रोष पनप रहा है छात्रों का कहना है कि अनशन के 13 दिन तक भी उन्हें सरकार व शिक्षा विभाग के द्वारा कोई भी ठोस आश्वासन नहीं मिला है। लगातार बढ़ रही गर्मी में छात्र सड़क के किनारे बैठ कर पढ़ रहे हैं इनमें से अधिकतर छात्र छात्राओं की तबीयत खराब हो रही है ।ग्रामीणों का कहना है अगर सरकार व प्रशासन उनकी बात नहीं सुनता है तो अब यह आंदोलन एक बड़ा रूप लेगा गौरतलब है कि 2 मई को गांव अभय पुर के सीनियर सेकेंडरी स्कूल में स्कूल के अंदर अज्ञात युवकों ने  घुस कर छात्र छात्राओं के साथ मारपीट की थी। उसी को लेकर छात्रों ने दमदमा सड़क के किनारे अनशन शुरू किया। अनशन के 13 दिन तक भी अभी तक कोई भी इसका समाधान प्रशासन व सरकार द्वारा नहीं किया गया

गांव दमदमा के सड़क के किनारे अनशन पर बैठे छात्र छात्राओं की तबीयत खराब होने से छात्रों अभिभावकों में भारी रोष पनप रहा है। लगातार बढ़ते तापमान में सड़क के किनारे बैठे छात्र-छात्राओं को उल्टी दस्त की शिकायतें होने शुरू हो गई है। कई छात्र छात्राओं को ग्लूकोस भी चढ़ाया गया है अभिभावकों का कहना है कि लगातार चल रहे अनशन को लेकर सरकार व विभाग गंभीरता से नहीं ले रही। हालांकि गांव दमदमा के स्कूल को अपग्रेड करने की मांग पहले ही शिक्षा मंत्री व सरकार के नुमाइंदा कर चुके हैं लेकिन आज तक उनकी यह डिमांड पूरी नहीं की गई आज अनशन पर बैठे छात्र छात्राओं की आवाज को भी प्रशासन नहीं सुन रहा वह कोई ठोस जवाब उन्हें नहीं दिया जा रहा ग्रामीणों का साफ तौर पर कहना है कि यह लड़ाई कितनी भी लंबी किसी भी सूरत में ग्रामीण पीछे नहीं हटेंगे
इस मौके पर गांव के पूर्व सरपंच ने बताया कि गांव के साथ सौतेला व्यवहार प्रशासन व सरकार द्वारा किया जा रहा है उनके गांव में शहीद होने के बाद गांव को दिलासा दिलाया था कि उनके गांव के स्कूल को अपग्रेड किया जाएगा लेकिन आज अनशन के 13 दिन तक कि प्रशासन व सरकार इस तरफ ध्यान नहीं दे रही अगर इसी तरह छात्रों की हालत खराब हुई तो आंदोलन एक बड़ा रूप लेगा