सैकड़ों किसानों ने HSIIDC ऑफिस पर ताला जड़ा कर किया विरोध प्रदर्शन

किसानों और ग्रामीणों की माने तो 2024 नजदीक है और हम चुनावों में इन्हें सत्ता से बाहर करने का काम करने वाले हैं। ग्रामीणों और किसानों की माने तो हमारे नेता भी हमारी सुध नही ले रहे।

गुरुग्राम || मानेसर में किसानों द्वारा हरियाणा स्टेट इंडस्ट्रियल एंड इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन ऑफिस में तालाबंदी करने का मामला सामने आया हैं। दरअसल कासन कुकडोला, सहरावन समेत 25 गांव के किसान 1810 एकड़ जमीन के अधिग्रहण को रद्द करने और उचित मुआवज़े की मांग को लेकर साल भर से धरना प्रदर्शन करने में लगे थे लेकिन जब सरकार ने इनकी मांग नहीं मानी तो किसानों ने HSIIDC ऑफिस के गेट पर ताला जड़ दिया। 
वहीं इस मामले में किसानों और ग्रामीणों की माने तो सरकार गरीब किसानों के साथ भेदभाव करने में लगी है। उनकी 1810 एकड़ जमीनों का अधिग्रहण दीनदयाल योजना के तहत किया गया था लेकिन सरकार ने इसके लिए प्रति एकड़ 56 लाख रुपये मुआवजा तय किया था। किसानों की मानें तो उनकी जमीनों का मार्किट रेट 11 करोड़ रुपये प्रति एकड़ है और सरकार उन्हें सिर्फ 56 लाख रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से मुआवजा दे किसानों का शोषण करने में लगी है। 

मोदी और मनोहर सरकार बनाने में दक्षिण हरियाणा के इन किसानों का भी महत्वपूर्ण रोल था। किसानों और ग्रामीणों की माने तो 2024 नजदीक है और हम चुनावों में इन्हें सत्ता से बाहर करने का काम करने वाले हैं। ग्रामीणों और किसानों की माने तो हमारे नेता भी हमारी सुध नही ले रहे। जिबकी दक्षिण हरियाणा से दो केंद्रीय मंत्री मोदी सरकार में है सभी विधायक भाजपा के है लेकिन बावजूद इसके किसानों के साथ नाइंसाफी की जा रही है।