गौतम अडानी ने रचा इतिहास, बने दुनिया के दूसरे सबसे अमीर शख्स। P24 News

गौतम अडानी ने रचा इतिहास, बने दुनिया के दूसरे सबसे अमीर शख्स। P24 News

Delhi ( Rakesh Kumar ) || गौतम अडानी दुनिया के दूसरे सबसे बड़े रईस बन गए हैं। अब दुनिया के टॉप-10 अरबपतियों की लिस्ट में एलन मस्क के बाद अब गौतम अडानी ही हैं। फोर्ब्स रियल टाइम बिलेनियर इंडेक्स में गौतम अडानी ने यह स्थान बर्नार्ड अर्नॉल्ट को पछाड़कर हासिल किया है। हालांकि ब्लूमबर्ग बिलेनियर इंडेक्स में अभी वह तीसरे स्थान पर ही हैं।

बता दें कि फोर्ब्स रियल टाइम बिलेनियर इंडेक्स के अनुसार अब वह 155.7 अरब डॉलर के साथ दुनिया के अरबपति नंबर दो हो गए हैं। उनके ऊपर केवल एक सख्स एलन मस्क हैं,  जिनके पास 273.5 अरब डॉलर की संपत्ति है। वहीं अडानी के दूसरे नंबर आने के बाद तीसरे नंबर पर बर्नार्ड अर्नाल्ट 155.2 अरब डॉलर के नेटवर्थ के बने हैं। वहीं रिलायंस के चेयरमैन मुकेश अंबानी की बात करें तो वो इस लिस्ट में 92.6 अरब डॉलर के साथ आठवें नंबर पर हैं। 

अब आप सोच रहें होंगे की अडानी के पास इतना पैसा आ कहां से रहा है।

तो बता दें कि अडानी की दौलत का बड़ा हिस्सा अडानी समूह के पास सार्वजनिक हिस्सेदारी से प्राप्त होता है,  जिससे उन्होंने इसकी स्थापना की थी। मार्च 2022 स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग के अनुसार, अडानी इंटरप्राइजेज, अडानी पावर और अडानी ट्रांसमिशन में उनके पास 75% हिस्सेदारी है। वह अडानी टोटल गैस का लगभग 37%, अडानी पोर्ट्स और विशेष आर्थिक क्षेत्र का 65% और अडानी ग्रीन एनर्जी का 61% मालिक हैं। ये सभी कंपनियां सार्वजनिक रूप से कारोबार करती हैं और यह सभी गुजरात के अहमदाबाद शहर में स्थित हैं।

तो चलिए अब हम आपको बताते हैं कि आखिर अडानी कैसे बने दुनिया के दूसरे सबसे अमीर सख्स।   

गौतम अडानी का जन्म गुजरात में हुआ था। कॉलेज छोड़ने के बाद किशोरावस्था में ही वह मुंबई चले गए और अपने गृह राज्य लौटने से पहले उन्होंने हीरा कारेाबार में काम किया।

उन्होंने वैश्विक व्यापार में अपनी शुरुआत अपने भाई के प्लास्टिक व्यवसाय के लिए पॉलीविनाइल क्लोराइड  के आयात के साथ की। 1988 में उन्होंने वस्तुओं के आयात और निर्यात के लिए समूह की प्रमुख कंपनी अडानी इंटरप्राइजेज की स्थापना की। 

अडानी इंटरप्राइजेज ने 1994 में गुजरात सरकार से मुंद्रा पोर्ट पर अपने स्वयं के कार्गो को संभालने के लिए एक बंदरगाह सुविधा स्थापित करने की मंजूरी ली। जिसके बाद परियोजना में क्षमता को देखते हुए अडानी ने इसे एक कामर्शियल बंदरगाह में बदलने का फैसला किया। उन्होंने भारत में सबसे बड़ा बंदरगाह बनाने के लिए पूरे भारत में 500 से अधिक लैंडलार्ड के साथ व्यक्तिगत रूप से बातचीत करके रेल और सड़क संपर्क बनाया। अडानी ने 2009 में बिजली उत्पादन में प्रवेश किया। उसके बाद वह अपने कारोबार को बढ़ाते ही चले गए और आज वह दूनिया के दुसरे सबसे बड़े अमीर सख्सियत बनकर उभरे हैं...