चरखी दादरी में डॉक्टरों की हड़ताल रही बेअसर, सीएमओ खुद संभाला मोर्चा!

चरखी दादरी में हरियाणा सिविल मेडिकल एसोसिएशन के आह्वान पर राज्यव्यापी हड़ताल की चेतावनी देते हुए शुक्रवार को इमरजेंसी सहित दूसरी सेवाएं बंद करने की चेतावनी दी गई थी। लेकिन दादरी के सिविल अस्पताल में कार्यकारी सीएमओ डा. गौरव भारद्वाज ने खुद मोर्चा संभालते हुए ओपीडी देखी और दूसरे चिकित्सकों की भी ड्यूटी लगाई गई है।

चरखी दादरी में हरियाणा सिविल मेडिकल एसोसिएशन के आह्वान पर राज्यव्यापी हड़ताल की चेतावनी देते हुए शुक्रवार को इमरजेंसी सहित दूसरी सेवाएं बंद करने की चेतावनी दी गई थी। लेकिन दादरी के सिविल अस्पताल में कार्यकारी सीएमओ डा. गौरव भारद्वाज ने खुद मोर्चा संभालते हुए ओपीडी देखी और दूसरे चिकित्सकों की भी ड्यूटी लगाई गई है। जिसके चलते जिले में स्पेशलिस्ट चिकित्सकों की आेपीडी को छोड़कर लगभग चिकित्सा सेवाएं बहाल रही और हड़ताल का ज्यादा असर नहीं देखने को मिला है। वहीं दूसरे एसोसिएशन का कहना है कि मानवता के नाते एमरजेंसी व पोस्टमार्टम सेवाएं बंद नहीं की गई है और उन्हें उम्मीद है कि सरकार से साथ वार्तालाप में सकारात्मक परिणाम निकलेंगे।

बता दे कि 27 दिसंबर को चरखी दादरी जिले के 17 राजकीय स्वास्थ्य केंद्रों में तैनात 60 चिकित्सकों ने हड़ताल पर रहते हुए ओपीडी सेवाएं पूरी तरह से बंद रखी थी और 29 दिसंबर को सभी चिकित्सा सेवाएं बंद कर हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी थी। वहीं इसी बीच एसोसिएशन के साथ सरकार की वार्ता फिक्स हुई जिसके बाद चिकित्सकों ने नरमी दिखाई हैं। हालांकि उन्होंने हड़ताल को तो वापिस नहीं लिया लेकिन चिकित्सा सेवाएं प्रदान की जा रही है। अस्पताल में पहुंचे मरीज श्रीभगवान ने बताया कि हड़ताल के बाद भी मरीजों को इतना परेशान नहीं होना पड़ा।

कार्यकारी सीएमओ डा.गौरव भारद्वाज ने बताया कि सुबह से वे स्वयं ओपीडी देख रहे हैं और दूसरे चिकित्सकों सहित स्वास्थ्यकर्मियों की संबंधित स्थानों पर ड्यूटी लगाई गई हैं जो ड्यूटी दे रहे हैं। इसके अलावा जिले के सीएचसी व पीएचसी में भी स्वास्थ्य सेवाएं जारी हैं। जिसके चलते मरिजों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ा है। वहीं एसोसिएशन के प्रदेश कार्यकारी सदस्य डा. आशीष मान ने ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि सरकार के साथ होने वाली वार्ता में उनकी लंबित मांगों को माना जाएगा और समाधान निकाला जाएगा। उन्होंने बताया कि वे एमरजेंसी व पोस्टमार्टम सेवाएं दे रहें हैं वहीं ओपीडी भी देखी जा रही है। यदि सरकार के साथ होने वाली वार्ता के दौरान उनकी मांगें नहीं मानी जाती है तो राज्यकार्यकारिणी बैठक आयोजित कर विचार विमर्श करेगी और उसमें जो आगामी निर्णय लिया जाएगा वे उसे फॉलो करेंगे।