भिवानी देश के टॉप 10 प्रदूषण जिलों में हुआ शामिल!

भिवानी || देश के सबसे प्रदूषित शहरों में भिवानी पहुंचने में स्थान पर प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रदेश में प्रदूषण खतरनाक सत्र पर पहुंच गया है वायु गुणवत्ता सूचकांक में भिवानी जिला 9 वे स्थान पर पहुंच गया है आज भिवानी में एयर क्वालिटी इंडेक्स 400 से अधिक पाया गया है जिससे आमजन को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रदूषण के बढ़ते सत्र को देखते हुए दिल्ली एनसीआर में ग्रह का तीसरा चरण लागू कर दिया गया है जिससे एनसीआर में हरियाणा के 14 जिले आते हैं अब इनमें निजी निर्माण खनन एट भट्टों पर भी रोक रहेगी|

भिवानी || देश के सबसे प्रदूषित शहरों में भिवानी पहुंचने में स्थान पर प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रदेश में प्रदूषण खतरनाक सत्र पर पहुंच गया है वायु गुणवत्ता सूचकांक में भिवानी जिला 9 वे स्थान पर पहुंच गया है आज भिवानी में एयर क्वालिटी इंडेक्स 400 से अधिक पाया गया है जिससे आमजन को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रदूषण के बढ़ते सत्र को देखते हुए दिल्ली एनसीआर में ग्रह का तीसरा चरण लागू कर दिया गया है जिससे एनसीआर में हरियाणा के 14 जिले आते हैं अब इनमें निजी निर्माण खनन एट भट्टों पर भी रोक रहेगी | उधर केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड में आपात बैठक बुलाई थी वहीं इस दौरान किसी तरह के निजी निर्माण पर रोक रहेगी रंगाई पुताई भी नहीं कर पाएंगे इसके साथ-साथ ग्रह तीन में शामिल होने के बाद खनन के साथ हॉट मिक्स प्लांट स्टोन क्रेशर ईट भट्ठे चलने पर रोक रहेगी| 

इस अवसर पर भिवानी के सिविल सर्जन डॉक्टर रघुवीर सिंह ने आम नागरिकों से अपील की है कि बदलते हुए मौसम में अपना ध्यान रखें इस अवसर पर उन्होंने बताया कि इस मौसम में आंखों में जलन और सांस के मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ता है इस अवसर पर उन्होंने आम नागरिकों से अपील की है कि सुबह और शाम को पॉल्यूशन का लेवल ज्यादा होता है इसके लिए बाहर ना घूमें इसके साथ-साथ उन्होंने मास्क का इस्तेमाल करने के अपील की है| प्रदूषण से लड़ने का सबसे बेहतर तरीका है अपने फेफड़ों को मजबूत रखना। IMD के मुताबिक दिल्ली और आस-पास के इलाकों का AQI 400 पार कर चुका है। इतना अधिक प्रदूषण जानलेवा भी हो सकता है। इसलिए अपने फेफड़ों का ख्याल रखना बेदह ही जरूरी है। प्रदूषण के कारण होने वाली समस्याओं में लंग इन्फेक्शन, फेफड़ों का कैंसर, हार्ट डिजीज आदि शामिल हैं।