अंबाला की एक महिला ने अस्पताल परिसर में बच्चे को जन्म दिया!

अंबाला || गरीबी की मदद का दम भरने वाली भाजपा सरकार और उनके स्वस्थ्य मंत्री के जिला में भी अस्पताल स्टॉफ कितना लापरवाह है इसका उदाहरण अंबाला शहर के नागरिक अस्पताल में उस समय देखने को मिला, ज़ब एक गरीब अपनी प्रेग्नेंट बीवी की तबियत बिगड़ने पर कड़ाके की ठंड में उसे किसी तरह जुगाड़ गाड़ी यानी रेहड़ी में उसे लेकर बमुश्किल अस्पताल पहुंचा! बार बार गुहार लगाने के बावजूद अस्पताल  स्टॉफ और डाक्टरों द्वारा स्ट्रेचर उपलब्ध न करवाये जाने पर तड़फ रही महिला ने अस्पताल गेट पर ही उसी रेहड़ी में बच्चे को जन्म दे दिया|

अंबाला || गरीबी की मदद का दम भरने वाली भाजपा सरकार और उनके स्वस्थ्य मंत्री के जिला में भी अस्पताल स्टॉफ कितना लापरवाह है इसका उदाहरण अंबाला शहर के नागरिक अस्पताल में उस समय देखने को मिला, ज़ब एक गरीब अपनी प्रेग्नेंट बीवी की तबियत बिगड़ने पर कड़ाके की ठंड में उसे किसी तरह जुगाड़ गाड़ी यानी रेहड़ी में उसे लेकर बमुश्किल अस्पताल पहुंचा! बार बार गुहार लगाने के बावजूद अस्पताल  स्टॉफ और डाक्टरों द्वारा स्ट्रेचर उपलब्ध न करवाये जाने पर तड़फ रही महिला ने अस्पताल गेट पर ही उसी रेहड़ी में बच्चे को जन्म दे दिया! पता चलने पर अस्पताल में खलबली मच गई और आनन फानन में जच्चा बच्चा को वार्ड में ले जाया गया, इस मामले की जानकारी अस्पताल की सीनियर अधिकारियों सहित हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री को भी दी गई है, देखना है कि इस इस मामले में क्या जाँच होगी और क्या कार्यवाईं । 

सुना था कि गरीब की सुनवाई कहीं नहीं होती और उसका रखवाला भगवान ही होता है, लेकिन ऐसा उदाहरण कल देर रात अंबाला शहर के नागरिक अस्पताल में देखने को मिला! जहां पंजाब के दप्पर इलाके से एक गरीब व्यक्ति कड़कती ठंड में अपनी जुगाड़ गाड़ी यानी रेहड़ी  पर ही अपनी प्रेग्नेंट बीवी को लेकर अंबाला शहर के नागरिक अस्पताल पहुंचा! वे गरीब बार-बार अस्पताल स्टाफ से उसकी प्रेग्नेंट बीवी की तबियत का हवाला देकर उस को सहारा देकर जच्चा बच्चा वार्ड में ले जाने की गुहार लगाता रहा लेकिन ड्यूटी पर तैनात किसी डाक्टर व स्टॉफ का दिल नहीं पसीजा! उस गरीब को ना ही स्ट्रेचर उपलब्ध कराया और आखिर दर्द से तड़पती उस प्रेग्नेंट महिला ने अस्पताल प्रांगण में ही खुली छत के नीचे बच्चों को जन्म दे दिया! उक्त महिला के पति का कहना है कि वह गरीब है और वे डॉक्टर और अस्पताल स्टाफ को भगवान मानता था लेकिन कल रात की हरकत के बाद उसका भरोसा इन अस्पताल स्टॉफ से उठ गया और उसकी पत्नी व नए जन्मे मासूम को केवल भगवान ने ही बचाया! उसका कहना है कि मामले की जांच होनी चाहिए और इस तरह के लापरवाह स्टाफ कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए!

सरकारी अस्पताल के ड्यूटी पर तैनात डाक्टर और स्टॉफ की लापरवाही के मामले बारे पूछे जाने पर हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि मामले की गंभीरता से जांच करवाई जाएगी, इसमें लापरवाही करने वाले किसी भी स्टाफ या डॉक्टर को नहीं बक्शेगे! वही इस बारे शिकायत मिलने पर नागरिक अस्पताल अंबाला शहर की प्रिंसिपल मेडिकल ऑफिसर संगीता सिंगला ने बताया कि उन्हें आज ही इस मामले में स्टाफ की लापरवाही की शिकायत मिली है जिस पर उन्होंने एक जांच कमेटी गठित कर दी है! जांच कमेटी की रिपोर्ट आने पर इसमें जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी!