अग्निपथ योजना भारतीय सेना से जुडऩे का बेहतरीन मौका

हरियाणा से राज्यसभा सांसद व पूर्व सैन्य अफसर जनरल डीपी वत्स ने आज रविवार को भिवानी के पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाऊस में पत्रकार वार्ता आयोजित कर अग्निपथ योजना के लाभ गिनाए। इस दौरान सांसद डीपी वत्स ने कहा कि युवाओं को अग्निपथ योजना को लेकर भ्रमित होने से बचना चाहिए, क्योंकि युवाओं को अग्निपथ योजना के माध्यम से भारतीय सेना से जुडऩे का बेहतरीन अवसर मिला है।

अग्निपथ योजना भारतीय सेना से जुडऩे का बेहतरीन मौका
Bhiwani (Ankit Thakur) || हरियाणा से राज्यसभा सांसद व पूर्व सैन्य अफसर जनरल डीपी वत्स ने आज रविवार को भिवानी के पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाऊस में पत्रकार वार्ता आयोजित कर अग्निपथ योजना के लाभ गिनाए। इस दौरान सांसद डीपी वत्स ने कहा कि युवाओं को अग्निपथ योजना को लेकर भ्रमित होने से बचना चाहिए, क्योंकि युवाओं को अग्निपथ योजना के माध्यम से भारतीय सेना से जुडऩे का बेहतरीन अवसर मिला है। इसके साथ ही उन्होंने इस योजना को एक लाभकारी योजना बताया है। पत्रकार वार्ता के दौरान राज्यसभा सांसद डीपी वत्स ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा अग्निपथ योजना के तहत अगले डेढ़ वर्षो में एक लाख 50 हजार के लगभग अग्निवीरों की भर्ती करने के निर्णय लिया है, जो भारतीय सेना के लिए एक क्रांतिकारी कदम है।

विभिन्न प्रगतिशील देशों के मॉडल का अध्ययन करने के बाद रक्षा मंत्रालय राज्यसभा सांसद जनरल डीपी वत्स ने कहा कि देश के साढ़े 17 से 21 वर्ष के युवाओं को चार वर्ष के लिए सेना में भर्ती किया जाएगा। जिसके बाद उन्हे छह: माह की प्रोफेशनल ट्रेनिंग के साथ ही विभिन्न शैक्षणिक कोर्स करवाकर उन्हे उच्च शिक्षा देते हुए बेहतरीन सैनिक केे रूप में तैयार किया जाएगा। उन्होंने बताया कि पहले वर्ष 46 हजार सैनिक भर्ती किए जाएंगे। जिसे सेंटर रिकरूरमेंट फोर्स के माध्यम से पूर्व की भांति सैनिक मापदंडों हाईट, चेस्ट, फिजिकल टैस्ट व मैडिकल टैस्ट के आधार पर चुनाव किया जाएगा। चुने गए युवाओं में से 25 प्रतिशत युवाओं को मैरिट के आधार पर सेना में स्थायी रूप से सैनिक बनाया जाएगा। इन अग्निवीरों को पहले वर्ष 30 हजार, दूसरे वर्ष 33 हजार, तीसरे वर्ष 36 हजार 500 तथा चौथे वर्ष 40 हजार रूपये प्रति माह का वेतन दिया जाएगा तथा नौ हजार रूपये प्रति माह अग्निवीर की निधि राशि में जमा किए जाएंगे। जो चार वर्ष बाद 11 लाख 71 हजार रूपये इन अग्निवीरों को दिए जाएंगे, ताकि वे अपना स्वयं का रोजगार चार वर्ष पूरे होने के बाद सिविल जोन में कर सकें। राज्यसभा सांसद जनरल डीपी वत्स ने बताया कि चार वर्ष के दौरान इन युवाओं को ना केवल फिट रहने की ट्रेनिंग दी जाएगी, बल्कि उन्हे रिस्क लेने, चरित्र निर्माण तथा देशभक्ति की ट्रेनिंग तथा कड़े अनुशासन को पालन करना भी सिखाया जाएगा। चार वर्ष भारतीय सेना में पूरा करने के बाद इन युवाओं को बीएसएफ, आईटीबीपी, सीआरएफ जैसी पैरा मिलिट्री फोस के अलावा रेलवे व विभिन्न राज्य सरकारों द्वारा विभिन्न नौकरियों में मैरिट में वरियता दी जाएगी, क्योंकि सभी विभागों को ऐसे प्रशिक्षित व अनुशासित युवाओं की जरूरत होती हैं। उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने 18 माह में 10 लाख रोजगार देने की घोषणा की है, जिस पर अब काम शुरू हो चुका है। यह युवाओं के लिए गौरव का अवसर है कि बड़ी संख्या में युवाओं को भारतीय सेना से जुडऩे का अवसर मिल रहा हैं।