कृष्णनगरी में मची लठमार होली की धूम

देशभर में हर किसी ने होली के त्यौहार की तैयारी शुरू कर दी है, मथुरा के वृंदावन, ब्रज में होली 40 दिन तक खेली जाती है,जिसका आनद लेने के लिए हजारो की संख्या में दूरदराज के लोग आते है,

कृष्णनगरी में मची लठमार होली की धूम

||Mathura||Rajnipal|| देशभर में हर किसी ने होली के त्यौहार की तैयारी शुरू कर दी है और दुकानदारों ने भी अपनी -अपनी दुकानों पर अनेको प्रकार के रंग लाकर रखा दिए है कई-कई तो बच्चे अभी से पिचकारियां और रंग खरीदकर आपस में खेलने लगे है लेकिन हम आपको बता दे की एक तरफ सिर्फ एक दिन के लिए होली का त्यौहार मनाया जाता है तो वही दूसरी और मथुरा के वृंदावन, ब्रज में होली 40 दिन तक खेली जाती है लेकिन खास होली 13 दिन तक मथुरावासी बड़ी धूमधाम से मनाते है। जिसका आनद लेने के लिए हजारो की संख्या में दूरदराज के लोग आते है। 

जानकारी के मुताबिक, ब्रज, वृंदावन, गोकुल में रंगो की नहीं बल्कि कई नयी तरीके से श्रदालु आकर होली का जश्न मनाते है वहा लडुमार होली से लेकर गोबर फेंक होली का आनद उठाया जाता है। अबकी बार मथुरा में होली मनाने का सिलसिला 27 फरवरी से शुरू हो गया है सबसे पहले लडुमार होली मनाई गई है जो राधारानी के जन्मस्थल बरसाना के श्रीजी मंदिर में मनाई गई है उसके एक दिन बाद लठमार होली मनाई जाती जो इस बार 28 फरवरी को खेली गई, इस होली में नंदगाव से आई ग्वालो पर बरसाना की हुरयारिन लठ बरसाती है, लठमार होली बरसाना में ही नहीं बल्कि नंदगाव में भी खेली जाती है लेकिन बरसाना में 28 फरवरी को और नंदगाव में 1 मार्च को मनाई जाती है। इसके बाद अब 3 मार्च को श्रीकृष्ण के जन्मस्थान पर सांस्कृतिक कार्यकर्म होते है, जिसमे सभी वासी भर-भरकर गुलाल उड़ाते है और गोकुल में  अबकी बार छड़ी होली 4 मार्च को मनाई जायगी, जिसके बाद 6 मार्च को फालेनगांव में होलिका दहन किया जायगा।

हलाकि 7 मार्च को मथुरा के द्वारिकधीश मंदिर का डोला निकाला जाएगा, यह डोला मथुरा की गली-गली से होकर निकलेगा, जिसमे मथुरा वासी जमकर गुलाल उड़ायेंगे। वही इन सभी होली मनाने के बाद ब्रजमंडल में 8 मार्च को दाऊजी का हुरंगा निकला जाएगा। 

बताया जाता है की देशभर में अभी जगह होली का समपन्न 10 मार्च को हो जाएगा लेकिन मथुरा में होली का समपन्न 12 मार्च को रंगनाथ जी के साथ होली होली किया जाएगा।