महेन्द्रगढ़ में लघुसचिवालय के बहार, पीटीआई शिक्षकों ने दिया सांकेतिक धरना...

महेन्द्रगढ़ में लघुसचिवालय के बहार हरियाणा शारिरिक शिक्षक संघर्ष समिति के बैनर तले पीटीआई शिक्षकों ने दिया एक दिन का सांकेतिक धरना।

महेन्द्रगढ़ में लघुसचिवालय के बहार, पीटीआई शिक्षकों ने दिया सांकेतिक धरना...

महेन्दरगढ़ (सुशिल शर्मा) || महेन्द्रगढ़ में लघुसचिवालय के बहार हरियाणा शारिरिक शिक्षक संघर्ष समिति के बैनर तले पीटीआई शिक्षकों ने एक दिन का सांकेतिक धरना देते हुए कहाकि हरियाणा सरकार द्वारा कोर्ट की आड़ में 2010 में नियुक्त 1983 पीटीआई को नौकरी से हटाए जाने के विरोध में सभी पीटीआई ने अपना रोजगार बचाने के लिए आंदोलन की राह पकड़ ली है।  संघर्ष समिति ने कहा कि 1983 पीटीआई परिवारों पर प्रदेश की भाजपा सरकार ने कोरोना वायरस के समय जो कुठाराघात किया है उसके विरोध स्वरूप आंदोलन की शुरुआत कर दी गई है।  हरियाणा शारीरिक अध्यापक संघ के बैनर तले प्रत्येक ब्लाक स्तर पर 12 जून से सरकार के खिलाफ सांकेतिक धरना देकर आरंभ किया गया है। इसके आगे जिला मुख्यालय पर अनिश्चितकालीन अनशन शुरू किया जाएगा। हरियाणा सरकार द्वारा 8 अप्रैल 2020 को अपना मनमाना फरमान सुनाते हुए इन सभी दो हज़ार के लगभग पीटीआई को नौकरी से कार्यमुक्त कर दिया है। इससे साफ जाहिर है कि सरकार की मंशा में पूरी तरह से खोट है। जबकि सुप्रीम कोर्ट ने केवल चयन प्रक्रिया को गलत बताया है इसमें किसी भी पीटीआई को दोषी नहीं ठहराया गया है। सभी अध्यापकों ने सरकार द्वारा अपनाई गई पूरी प्रक्रिया में भाग लिया था अब भाजपा तथा गठबंधन की सरकार राजनीतिक द्वेष भावना अपनाकर पीटीआई साथियों को बर्बाद करने पर आई हुई है।  जबकि कोई भी साथी कोर्ट द्वारा दोषी नहीं बताया गया है। सभी साथी इस पद पर कार्य कर चुके हैं जबकि 45 के लगभग  साथी  दुर्घटनाओं के कारण हमारे बीच नहीं रहे हैं। इस प्रकार से हमारी विधवा बहनों के परिवारों का पालन पोषण सरकार छिनना चाहती है। हम सभी साथी चाहते हैं कि जब भर्ती चयन प्रक्रिया दोषी साबित हो चुकी है तो उसकी सजा हम निर्दोष बेटियों को क्यों दी जा रही है।  इस दुख की घड़ी में सभी यूनियन जैसे सर्व कर्मचारी संघ आदि हमारे साथ है।