डायबिटीज के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए, नीली रोशनी से जगमगा उठा नोएडा का आईकॉनिक इमारत एडवांट टावर

डायबिटीज के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए नोएडा का आईकॉनिक भवन एडवांट टावर, को नीले रंग से सजाया गया. वर्ष 2007 से डायबिटीज के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए प्रमुख इमारतों को नीले प्रकाश से रोशन करने की परम्परा दुनिया में शुरू की गई। ताकि इसके माध्यम से लोगों को उनकी जीवन शैली से लेकर अन्य चीजों के बारे में बताया जा सके जिसके माध्यम से वे इस रोग से बच सके। कौटिल्य संस्थान ने इसके साथ ही यहाँ पर निशुल्क जांच शिविर का भी आयोजन किया है.

डायबिटीज के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए,  नीली रोशनी से जगमगा उठा नोएडा का आईकॉनिक इमारत एडवांट टावर

Delhi || Abhay || नीली रोशनी से जगमगता नोएडा का आईकॉनिक इमारत एडवांट टावर, लोगों को डायबिटीज के प्रति सचेत और जागरूक कर रहा है डॉ राजेश केसरी बताते है कौटिल्य संस्थान द्वारा लोगों को डायबिटीज के बारे में जागरूक करने एडवांट बिजनेस पार्क नीली रोशनी में सुसज्जित किया गया है. दुनिया में डायबिटीज के बढ़ते रोगियों को ध्यान में रख वर्ष 1991 से विश्व मधुमेह दिवस मनाएजाने का फैसला किया गया था। वर्ष 2007 से इस दिवस की पूर्व संध्या पर प्रमुख इमारतों को नीले प्रकाश से रोशन करने की परम्परा दुनिया में शुरू की गई। ताकि इसके माध्यम से लोगों को उनकी जीवन शैली से लेकर अन्य चीजों के बारे में बताया जा सके जिसके माध्यम से वे इस रोग से बच सके।डॉ केसरी कहते है एक हिंदुस्तान में की गई है यह एक पहल है जब इतनी बड़ी इमारत को नीले रंग से लाइट अप किया गया है. इसके साथ ही लोगों को जागरूक करने के साथ-साथ हम लोग यहां पर जांच शिविर का भी आयोजन कर रहे हैं जिसमें लोगों को निशुल्क जांच की जा रही है और उन्हें जीवन शैली से लेकर अन्य चीजों के बारे में बताया जा रहा है जिसके माध्यम से वे इस लोक इस रोग से बच सके डॉ केसरी कहते है की आज जो वातावरण में प्रदूषण है उसकी वजह से डायबिटीज के कॉम्प्लिकेशंस बढ़ जाते हैं जब एकएक्यूआई ज्यादा हो तो है कोशिश करना चाहिए कि घर से बाहर ना निकले खासकर जो सुबह के समय होता है जब वॉक लिए जाते हैं तो तो प्रदूषण आप को नुकसान पहुंचा सकता है.