बलात्कार और हत्या के मामले में जेल में बंद राम रहीम से नाराज दिखी बहने

सुनारिया जेल में 2017 से बन्द गुरमीत राम रहीम के 6 साल बीतते- बीतते बहने भी नाराज होती जा रही है, पिछले 6 साल की अपेक्षा इस बार गुरमीत रामरहीम के लिए इस बार नामात्र राखियां पहुँची है।शुरू शुरू में 5 लाख राखियां पहुँची तो इस बार एक हजार राखियों का ही आंकड़ा पार कर पाई है।

रोहतक || हत्या और रेप के मामले में सजा काट रहे गुरमीत राम रहीम के लिए इस बार सुनारिया जेल में ना मात्र ही राखियां पहुंच रही है। 2017 में गुरमीत राम रहीम को सुनारिया जेल में लाया गया था। उसी वर्ष रक्षाबंधन के त्योहार पर 5 लाख के करीब राखियां जेल में पहुंची थी। लेकिन 6 साल के दौरान सज़ा काटते काटते गुरमीत राम रहीम से बहने भी नाराज होती गई। पिछले साल की बात की जाए तो एक लाख के करीब राखियां गुरमीत राम रहीम के लिए सुनारिया जेल  पहुंची थी, लेकिन इस बार 1000 राखियों का ही आंकड़ा पार हो पाया है। यहीं नहीं डाक विभाग राखियों की छंटनी  करने के लिए राम रहीम के कारण इन दिनों अलग से कर्मचारी नियुक्त किए जाते थे, लेकिन इस बार कम राखियां होने के चलते जरूरत ही नहीं पड़ी।

वहीं दूसरी ओर रोहतक डाक विभाग के अधिकारी दीपक मल्होत्रा ने बताया कि त्योहार के वक्त पर डाक विभाग के कर्मचारियों का काम बढ़ जाता है और राखियां बांटने के लिए 40 पोस्टमैन की ड्यूटी लगाई गई है। जब उनसे सवाल किया गया कि इस बार गुरमीत राम रहीम के लिए राखियां कम आई है तो उन्होंने कहा कि समय-समय पर माहौल बदलता रहता है कभी ज्यादा राखियां पहुंचती है तो कभी कम। उन्होंने कहा कि रोहतक पोस्ट डिपार्टमेंट में राखियों की छंटनी के लिए हब बनाया गया है। यहां से छंटनी होकर पीटीसी सुनारिया में राखियां भेजी जाती है।