पॉल्यूशन कंट्रोल विभाग, खनन विभाग व खाद्य आपूर्ति विभाग की छापेमारी शुरू

उन्होंने बताया कि इस भट्टे के मालिक ने भट्टे के नजदीक ही एक अन्य भट्टे यूनिट भी लगा रखी थी, जिसकी चिमनी का धुआ अंडर ग्राऊंड से पाईप लगाकर धुए का निकास किया जा रहा था, जो पूर्णतया कानून का उल्लंघन है। इससे यहां काम करने वाले मजदूरों व अन्य कर्मचारियों के स्वास्थ्य को सीधा नुकसान पहुंचने व उनकी लाईफ सेफ्टी से संबंधित मापदंडों का उल्लंघन साफ झलकता है। इस कार्रवाई में जुटे तीनों विभाग अलग-अलग कार्रवाई कर रहे है।

भिवानी || भिवानी जिला के गांव सांगा के पास अवैध रूप से बगैर परमिशन के चलाए जा रहे ईट-भट्टे पर मुख्यमंत्री उडऩदस्ते ने छापेमारी की। छापेमारी में पॉल्यूशन कंट्रोल विभाग, खनन विभाग व खाद्यापूर्ति विभाग ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए पाया कि साई दर्शन भट्टे के नाम से ईट-भट्टा चलाया जा रहा था। जिसके पास किसी भी विभाग की एनओसी नहीं पाई गई। इस पर एफआईआर दर्ज कर नियमानुसार मूल्यांकन के बाद जुर्माना लगाए जाने की कार्रवाई शुरू कर दी है।
पॉल्यूशन कंट्रोल विभाग के एसडीओ कपिल सिंह ने बताया कि उन्हे सूचना मिली थी कि बगैर परमिशन के सांगा गांव के पास यह ईट-भट्टा चलाया जा रहा है। जिसका मालिक मनजीत सिंह है। विभाग ने यहां पर पहले चल रहे भट्टे को बंद कर दिया था। जिसके बाद इस ईट-भट्टे के लिए किसी भी प्रकार की एनओसी नहीं ली गई तथा अवैध रूप से इस भट्टे को चलाया जा रहा था। उन्होंने बताया कि इस भट्टे के मालिक ने भट्टे के नजदीक ही एक अन्य भट्टे यूनिट भी लगा रखी थी, जिसकी चिमनी का धुआ अंडर ग्राऊंड से पाईप लगाकर धुए का निकास किया जा रहा था, जो पूर्णतया कानून का उल्लंघन है।

इससे यहां काम करने वाले मजदूरों व अन्य कर्मचारियों के स्वास्थ्य को सीधा नुकसान पहुंचने व उनकी लाईफ सेफ्टी से संबंधित मापदंडों का उल्लंघन साफ झलकता है। इस कार्रवाई में जुटे तीनों विभाग अलग-अलग कार्रवाई कर रहे है। जिसमें इस भट्टे मालिक पर एफआईआर दर्ज करने तथा जुर्माना लगाने के अलावा सो-कॉज नोटिस देने की कार्रवाई की जा रही है। अलग-अलग विभाग अपनी एनओसी से संबंधित कागजतों को पूरा ना करने को लेकर इस भट्टे मालिक पर विभाग के नियमानुसार कार्रवाई कर रहे है। इस मौके पर उन्होंने यह भी कहा कि यह क्षेत्र एनसीआर में आने के कारण 30 जून के बाद सभी भट्टे मालिकों को अगले आदेशों तक ऑपरेट ना करने के आदेश दिए गए है। जिसका पालन सभी भट्टे मालिकों को करना जरूरी होगा।
गौरतलब है कि कर्मचारियों की जान जोखिम में डालकर विभिन्न विभागों की परमिशन की बगैर भट्टे को ऑपरेट करना कानून का सीधा उल्लंघन होने के साथ ही राजस्व का भी नुकसान है। इसी के चलते विभिन्न विभाग अब भट्टा संचालक पर कार्रवाई में जुट गए है।