भिवानी में कब तक बढाई ग्रामीण सफाई कर्मचारियों ने हड़ताल?

हरियाणा में चल रही ग्रामीण सफाई कर्मियों की हड़ताल आज आज 8 वें दिन भी जारी रही और सरकार द्वारा ग्रामीण सफाई कर्मचारियों की मांगों का समाधान की पहल ना करने से खफा कर्मचारियों ने हड़ताल को 23 अक्तूबर तक बढ़ाने का ऐलान कर दिया है। वहीं प्रदेश भर के ग्रामीण सफाई कर्मचारी 17 अक्तूबर को जिला स्तर पर प्रदर्शन करते हुए भाजपा-जजपा के विधायकों के आवास पर प्रदर्शन करते हुए ज्ञापन सोपा।हड़ताली कर्मियो को सम्बोधित करते हुए ग्रामीण सफाई कर्मचारी यूनियन हरियाणा(सीटू)  ब्लॉक प्रधान सुमित सचिव गोबिंद ने बताया कि हरियाणा सरकार ग्रामीण सफाई कर्मचारियों से बेगार करवा रही है।

हरियाणा में चल रही ग्रामीण सफाई कर्मियों की हड़ताल आज आज 8 वें दिन भी जारी रही और सरकार द्वारा ग्रामीण सफाई कर्मचारियों की मांगों का समाधान की पहल ना करने से खफा कर्मचारियों ने हड़ताल को 23 अक्तूबर तक बढ़ाने का ऐलान कर दिया है। वहीं प्रदेश भर के ग्रामीण सफाई कर्मचारी 17 अक्तूबर को जिला स्तर पर प्रदर्शन करते हुए भाजपा-जजपा के विधायकों के आवास पर प्रदर्शन करते हुए ज्ञापन सोपा।हड़ताली कर्मियो को सम्बोधित करते हुए ग्रामीण सफाई कर्मचारी यूनियन हरियाणा(सीटू)  ब्लॉक प्रधान सुमित सचिव गोबिंद ने बताया कि हरियाणा सरकार ग्रामीण सफाई कर्मचारियों से बेगार करवा रही है। 17 साल से स्थाई काम पर अस्थाई सफाई कर्मचारी रखकर काम लिया जा रहा है और पूरा वेतन भी नहीं दिया जा रहा। उन्होंने कहा 2014 के चुनावी घोषणा पत्र में 15 हजार वेतन देने का वायदा करने वाली भाजपा सरकार ने वेतन में भारी गैर बराबरी पैदा करके सफाई कर्मचारी विरोधी होने का सबूत दिया है।
यूनियन नेताओँ ने कहा कि पिछले 8  दिन से हरियाणा के 22 जिलों के 11 हाजर ग्रामीण सफाई कर्मचारी हड़ताल पर लेकिन सरकार हठधर्मिता पर उतरी हुई है। सरकार वार्ता करके मसलों का समाधान करने की बजाय आंदोलन को लम्बा खिंचकर तोड़ने की नीति अपना रही जिसको किसी भी स्थिति में स्वीकार नहीं किया जा सकता और ग्रामीण सफाई कर्मचारी अपने आंदोलन को और तेज करेंगें। यूनियन नेताओ ने कहा कि सरकार के पास अभी भी समय है। हड़ताल से बाधित होने वाले सफाई कार्य से अगर सरकार बचना चाहती है और सफाई कर्मियों के प्रति अपनी कोई हमदर्दी रखती है तो सरकार वार्ता करके माँगों और समस्याओं का समाधान करे अन्यथा 23 अक्तूबर तक हरियाणा के 11 हजार ग्रामीण सफाई कर्मचारी कर्मचारी हड़ताल पर रहते हुए अपने आंदोलन को तेज करने पर मजबूर होंगें, जिसकी जिम्मेदारी खुद सरकार की होगी।

मुख्य मांगें
● विधान सभा मे पॉलिसी बनाकर सफाई कर्मियों को पक्का किया जाए।
● सभी ग्रामीण सफाई कर्मियों को बीडीपीओ के पे-रोल पर लिया जाए।
● हरियाणा रोजगार कौशल निगम को भंग किया जाए और सफाई कर्मियों को पक्का किया जाए।
● सभी सफाई कर्मियों के लिए 26000 रुपये मासिक न्यूनतम वेतन लागू किया जाए।
● 2000 की बजाए 400 की आबादी पर एक कर्मचारी की स्थाई नियुक्ति करते हुए सफाई कर्मियों की संख्या बढ़ाई जाए।
● डोर टू डोर के कर्मचारियों को ग्रामीण सफाई कर्मियों के बराबर वेतन व वर्दी भत्ता दिया जाए और पीएफ ईएसआई में कवि किया जाए।
● 500 रुपये मासिक काम के औजारों का भत्ता तय किया जाए।
● 500 रुपये मासिक वर्दी धुलाई भत्ता लागू किया जाए।
● एक्ससग्रेसिया नीति के तहत परिवार के सदस्य को काम पर रखा जाए तथा मुख्यमंत्री कि घोषणा अनुसार 4 अप्रैल 2021 के बाद जिन कर्मियों की मृत्यु हो चुकी उन सभी कर्मियों को मुआवजा राशि का भुगतान किया जाए।
● दिवाली पर बोनस और कर्मचारियों के बच्चों की पढ़ाई के लिए शिक्षा भत्ता लागू किया जाए।
● सौ-सौ गज के प्लाट और मकान बनाने के लिए अनुदान दिया जाए।
● बेगार से बचाने के लिए काम की देखरेख के लिए सफाई कर्मियों में से पढ़े लिखे लोगों को सुपरवाइज लगाया जाए।