मासूम के उपचार के लिए बिना स्टॉपेज के रुकी अमृतसर-हजूर नांदेड़ एक्सप्रेस...

अमृतसर से हजूर साहिब नांदेड जाने वाली ट्रेन नंबर 12422 में सोमवार रात चार महीने की एक बच्ची को पैर में कांच लग गया था। बच्ची के माता-पिता ने पैर से कांच तो निकाल दिया था, लेकिन बच्ची के पैर से खून रुकने का नाम नहीं ले रहा था।

मासूम के उपचार के लिए बिना स्टॉपेज के रुकी अमृतसर-हजूर नांदेड़ एक्सप्रेस...
Jind (Parmjeet Pawar) || अमृतसर से हजूर साहिब नांदेड जाने वाली ट्रेन नंबर 12422 में सोमवार रात चार महीने की एक बच्ची को पैर में कांच लग गया था। बच्ची के माता-पिता ने पैर से कांच तो निकाल दिया था, लेकिन बच्ची के पैर से खून रुकने का नाम नहीं ले रहा था। इसके बाद बच्ची के अभिभावकों ने मदद के लिए टीटी कर्ण को सूचना दी। टीटी ने इस बारे में सीएमएस पंकज राजपूत से बातचीत की। पंकज राजपूत ने जींद जंक्शन के स्टेशन अधीक्षक जयप्रकाश को मामले की सूचना दी। शेड्यूल के हिसाब से ट्रेन का जींद जंक्शन पर स्टॉपेज नहीं था, लेकिन बच्ची के उपचार के लिए ट्रेन को जींद जंक्शन पर रोका गया। इसके बाद रेलवे से डॉक्टर अनुराग यादव व सहायक महेंद्र वर्मा व अश्वनी मौके पर पहुंचे और बच्ची का इलाज कर ट्रेन को आगे रवाना किया।


सीएमएस पंकज राजपूत ने बताया कि ट्रेन नंबर 12422 अमृतसर-हजुर नांदेड एक्सप्रेस दोपहर दो बजकर 30 मिनट पर अमृतसर से चली थी। इसमें एक दंपति लुधियाना से झांसी जाने के लिए चढ़े थे। लुधियाना, धुरी, संगरूर, जाखल से होते हुए रोहतक की ओर ट्रेन आ रही थी तो रास्ते में बच्ची के पिता रघुबीर ने टीटी को सूचना थी कि उनकी बच्ची के पैर में कांच लग गया था, जिसे उन्होंने निकाल दिया था, लेकिन बच्ची के पैर से खून रुकने का नाम नहीं ले रहा है। टीटी कर्ण ने इसकी सूचना सीएमआइ पंकज राजपूत को दी। फिर पंकज राजपूत ने इसके बारे में 
जींद जंक्शन के स्टेशन अधीक्षक जयप्रकाश से बात की। इसके बाद जींद जंक्शन पर ट्रेन को राेका गया और बच्ची के उपचार के बाद ट्रेन काे आगे दिल्ली की ओर भेजा गया।