-साइबर ठगों की मदद करने के मामले में निजी बैंक के 3 मैनेजर सहित 4 गिरफ्तार

साइबर ठगों की मदद करने के मामले में निजी बैंक के 3 मैनेजर सहित 4 गिरफ्तार साईबर थाना पुलिस ने साइबर ठगों को बैंक खाते उपलब्ध कराने वाले कोटैक महिन्द्रा बैंक के मैनेजरों सहित 4 को गिरफ्तार कर किया बड़े नेक्सेस का भंडागोड़ शुरुवाती तफ़्तीश में खुलासा हुआ की आरोपी मोहित राठी (एसीस्टेन्ट मैनेजर), आरोपी महेश कुमार (डिप्टी मैनेजर) व आरोपी विश्वकर्मा मौर्या (डिप्टी मैनेजर) सभी कोटेक महिन्द्रा बैंक शाखा एम.जी. रोङ में तैनात थे और साइबर ठगों के संपर्क में थे पुलिस की मानें तो तीनो बैंक मैनेजर मेवात के रहने वाले हयात के जरिये मेवात में साईबर ठगी के सरगना से मिले और उसके बाद से ये लगातार साईबर ठग के सम्पर्क में रहकर उसे साईबर ठगी की वारदातों को अन्जाम देने में प्रयोग करने के लिए बैंक खाते उपलब्ध करवाने की एवज में साईबर ठग से 15-20 हजार रुपए प्रति बैंक खाता वसूल कर रहे थे गिरफ्तार तीनो बैंक मैनेजरों पर आरोप है की मोहित राठी, महेश कुमार व विश्वकर्मा मौर्या पिछले करीब 7 महिनों से कोटैक महिन्द्रा बैंक में नौकरी कर रहे थे और इस दौरान ये करीब 2 हजार बैंक खाते खोल चुके थे।

भोलेभाले लोगो का बैंक में खाता खोल रिजेक्ट करने और उस खाते का साइबर ठग्गी में प्रयोग किए जाने के जुर्म में गुरुग्राम की साइबर क्राइम यूनिट ने 4 आरोपियो को गिरफ्तार किया है। मामले में खास बात यह है कि क्राइम यूनिट दुवारा गिरफ्तार आरोपियो में से तीन आरोपी कोटक महेंद्र बैंक में मैनेजर और असिस्टेंट मैनेजर के तौर पर कार्यरत थे। बीते 7 महीनों में इन आरोपियो ने कोटक महेंद्रा बैंक में 2000 खाते खोल साइबर फ्राड की वारदात को अंजाम दे डाला। साइबर क्राइम यूनिट के एसीपी प्रियांशु दिवान की मॉने तो 18 नवम्बर 2023 को एक व्यक्ति ने शिकायत दी की उसके मोबाईल फोन पर कॉल आई और फोन करने वाले व्यक्ति ने अपने बेटे को इलाज के लिए होस्पिटल में दाखिल करवाने की बात कही। फोन कर्ता ने स्वयं को देवेंद्र बताते हुए उससे 10 हजार रुपए ट्रान्सफर करने के लिए कहा। जिस पर उसने एक यूपीआई आईडी भेजी। दोस्त के बेटे की हालत खराब समझ कर उसने भेजे गए बैंक अकाउण्ट में 10 हजार रुपए ट्रान्सफर कर दिए।
कुछ देर बाद जब उसने अपने दोस्त देवेंद्र को फोन किया तो पता चला कि उसने तो कोई फोन नही किया और न ही कोई पेसो की मांग की।  किसी ने विश्वास में लेकर धोखे से रुपए ट्रान्फर कराकर उसके साथ ठगी की है। मामले की गम्भीरता को देखते हुए साइबर क्राइम की टीम ने जांच शुरू की। जांच के दौरान टीम ने बैंक खाता उपलब्ध कराने वाले 4 आरोपियों को काबू करने में बङी सफलता हासिल की। आरोपियों की पहचान मोहित राठी, महेश कुमार, विश्वकर्मा मौर्या व हयात के रुप में हुई।
आरोपियों से पुलिस पूछताछ में ज्ञात हुआ कि मोहित राठी (एसीस्टेन्ट मैनेजर), महेश कुमार (डिप्टी मैनेजर) व  विश्वकर्मा मौर्या (डिप्टी मैनेजर) तीनो कोटेक महिन्द्रा बैंक शाखा एमजीरोङ में कार्यरत थे। तीनो आरोपी हयात के माध्यम से मेवात में साईबर ठगी के सरगना से मिले थे और उसके बाद से ये लगातार साईबर ठग के सम्पर्क में रहकर उसे साईबर ठगी की वारदातों को अन्जाम देने में प्रयोग करने के लिए बैंक खाते उपलब्ध कराते थे, जिसके बदले साईबर ठग से 15 से 20 हजार रुपए प्रति बैंक खाता उपलब्ध कराने के लेते थे। पहले यह हयात के माध्यम से साईबर ठगों को बैंक खाते उपलब्ध कराते थे और अभी वर्तमान में साईबर ठगों से इनका सीधा सम्पर्क था।
पीड़ित से साईबर ठग द्वारा जिस बैंक खाते में रुपए ट्रान्सफर कराए थे वो बैंक खाता भी आरोपियों द्वारा ही खोला गया था व इनके द्वारा ही साईबर ठगो को उपलब्ध कराया गया था।  आरोपी मोहित राठी, महेश कुमार व विश्वकर्मा मौर्या पिछले करीब 7 महिनों से कोटैक महिन्द्रा बैंक में नौकरी कर रहे थे और इस दौरान ये करीब 2 हजार बैंक खाते खोल चुके थे। क्या यह सभी बैंक खाते फ्रॉड करने के लिए इस्तेमाल हुए है या नही, इस संबंध जांच की जा रही है।