एक अप्रैल से हरियाणा कि मंडियो मे गेहूं कि सरकारी खरीद शुरू

सुबह हुई बरसात से ये लग रहा था कि अनाज मंडी मे आया गेहूं भीग जायेगा और किसानों का काफी नुक्सान हो जायेगा लेकिन मंडी मे व्यवस्था ठीक होने के कारण व आवक अभी ज्यादा न होने के कारण किसानों का पीला सोना भीगने से बच गया लेकिन बाहर पड़ा कुछ क्विंटल गेहूं तिरपाल ढकी होने के बावजूद भी थोड़ा भीग गया ! किसानों की माने तो मंडी मे व्यवस्था दुरुस्त लेकिन अगर ज्यादा बरसात हुई तो खेतो मे खड़ी हुई फसल को नुकसान हो सकता है! मंडी प्रशासन ने भी इस बातवसे राहत महसूस की कि किसानों का नुकसान होने से बच गया !

एक अप्रैल से हरियाणा कि मंडियो मे गेहूं कि सरकारी खरीद शुरू हो जाती है किसान अपनी फसल को लेकर मंडी मे आकर बेच जाते है लेकिन इस बार मौसम ज्यादा ठण्डा रहा जिस कारण किसानों ने फसल को देरी से काटा और 10 अप्रैल से किसान मंडी मे फसल लाना शुरू हो गए आज ! मंडी मे लगातार किसान फसल ला रहे है हालांकि मंडी मे शैड वगैरह की पूर्ण व्यवस्था है  जिसमे फसल को बचाया जा सके लेकिन ज्यादा आवक होने से गेहूं को  शैड से बाहर भी रख देते है ! अलग सुबह हुई तेज़ बरसात के कारण किसानों व मंडी प्रशासन को लगने लगा था कि शायद काफी गेहूं भीग जाएगी लेकिन ज्यादा गेहूं बोरियो मे पैक होने ले कारण और शैड के नीचे होने के कारण बरसात मे भीगने से बच गया ! मंडी मे आये किसानों का कहना है कि अभी बरसात कम हुई है जिस कारण नुकसान होने से बच गया ! उनका कहना है कि अगर ज्यादा बरसात हो जागी है तो अभी जो खेतो मे फसल खड़ी है उसका काफी नुकसान हो सकता है ! उनका कहना है कि उन्हें इस बार काफी अच्छी फसल मिल रही है व अभी तक वे मंडी की व्यवस्था से खुश है !
वही मंडी सचिव नीरज भारद्वावाज़ का कहना है मंडी मे अभी तक लगभग हज़ार क्विंटल गेहूं मंडी मे आ चुकी है और 375 गेट पास कट चुके है ! उन्होंने कहा कि गेहूं को साथ साथ उठवाया जा रहा है ! उन्होंने बताया कि सुबह हुई बरसात से मंडी मे कोई नुकसान नहीं हुआ है क्योंकि मंडी मे गेहूं के आते ही उसकक भराई शुरू की जा चुकी है और जो बचा बाई उसे भी शैड के नीचे रख गया ही जो खुले मे पड़ा है उसे भी बड़ी तिरपाल से ढका हुआ है जिस कारण वो नहीं भीगा ! उन्होंने कहा कि अगर ज्यादा बरसात हो जाती है तब भी सभी आढ़तीयों को कहा हुआ है जिन्होंने तिरपाल आदि का प्रबंध किया हुआ है !