इनेलो ने पूर्व उपप्रधानमंत्री स्व. देवीलाल की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर पुण्यतिथि पर किया नमन

भिवानी, किसानों के मसीहा पूर्व उपप्रधानमंत्री स्व. चौ. देवीलाल एक युग पुरूष थे। स्व. चौ. देवीलाल ने जीवनभर किसानों व कमेरे वर्ग के लिए आवाज उठाई तथा संघर्ष किया। वे एक व्यक्ति नहीं, बल्कि संस्था थे जिन्होंने हर वर्ग के उत्थान के लिए कार्य किया तथा देश में पहली बार हरियाणा में बुढ़ापा पेंशन लागू की। यह बात इंडियन नेशनल लोकदल के राज्य व जिला प्रधान ने शनिवार को पूर्व उपप्रधानमंत्री स्व. देवीलाल की पुण्यतिथि पर स्थानीय लोहारू रोड़ स्थित चौ. देवीलाल की प्रतिमा पर माल्यार्पण करते हुए कही। उन्होंने कहा कि चौ. देवीलाल ने राजनीतिक लाभ कमाने के लिए नहीं, बल्कि देश के पिछड़े वर्ग के उत्थान के लिए राजनीति की।

भिवानी, किसानों के मसीहा पूर्व उपप्रधानमंत्री स्व. चौ. देवीलाल एक युग पुरूष थे। स्व. चौ. देवीलाल ने जीवनभर किसानों व कमेरे वर्ग के लिए आवाज उठाई तथा संघर्ष किया। वे एक व्यक्ति नहीं, बल्कि संस्था थे जिन्होंने हर वर्ग के उत्थान के लिए कार्य किया तथा देश में पहली बार हरियाणा में बुढ़ापा पेंशन लागू की। यह बात इंडियन नेशनल लोकदल के राज्य व  जिला  प्रधान ने शनिवार को पूर्व उपप्रधानमंत्री स्व. देवीलाल की पुण्यतिथि पर स्थानीय लोहारू रोड़ स्थित चौ. देवीलाल की प्रतिमा पर माल्यार्पण  करते हुए कही। उन्होंने कहा कि चौ. देवीलाल ने राजनीतिक लाभ कमाने के लिए नहीं, बल्कि देश के पिछड़े वर्ग के उत्थान के लिए राजनीति की। 
इस मौके पर उन्होंने कहा कि आज देशभर में वर्तमान सरकार लोकतंत्र के साथ कुठाराघात कर रही है, उन्होंने कहा कि आज देश के लोकतंत्र को चौधरी देवीलाल जैसी विचारधारा की जरूरत है। हर वर्ग के लोग चौ. देवीलाल को राजनेता नहीं, बल्कि देश के उत्थान के लिए मसीहा के नाम से जानते हैं। उन्होंने कहा कि चौ. देवीलाल ने हमेशा आमजन के हित की सोच रखते हुए कार्य किया तथा हमेशा लोगों के बीच रहकर उनकी समस्याओं का समाधान करते रहे, इसीलिए लोग उन्हे जननायक ताऊ के रूप में जानते है। 
राज्य व जिला प्रधान ने कहा कि इंडियन नेशनल लोकदल चौ. देवीलाल का लगाया हुआ पौधा है, जो उन्ही की नीतियों पर चलते हुए जनता की भलाई एवं उत्थान की सोच रखते हुए कार्य करती हैं। उन्होंने कहा कि जिस तरह से स्व. चौ. देवीलाल ने त्याग का उदाहरण पेश करते हुए राजनीति की थी, उन्ही के नक्शे कदम पर चलते हुए आज इनेलो भी त्याग की राजनीति का उदाहरण पेश कर रही है और इसी को आगे बढाने का कार्य करेंगे।