मथुरा में रामकृष्ण मिशन अस्पताल में निर्माण कार्य के चलते सीवर के गड्ढे में दो युवकों की दबकर हुई मौत

परिजनों का कहना है कि ठेकेदार की लापरवाही से इन दोनों युवकों की मृत्यु हुई है। घटनास्थल पर पहुंची पुलिस मामले की जांच में जुटी है। घटना के बाद पुलिस ने दोनों शवों को अपने कब्जे में ले लिया है।साथ ही परिजनों का आरोप यह भी है कि पुलिस घटनास्थल पर काफी देर बाद पहुंची थी

मथुरा में रामकृष्ण मिशन अस्पताल में निर्माण कार्य के चलते सीवर के गड्ढे में दो युवकों की दबकर हुई मौत

 मथुरा (मदन शर्मा ) || वृंदावन कोतवाली की पुलिस चौकी मथुरा दरबाजा क्षेत्र स्थित मथुरा मार्ग पर रामकृष्ण मिशन अस्पताल में निर्माण कार्य के चलते सीवर के गड्ढे में दो युवकों की दबकर मौत हो गई । मिली जानकारी के अनुसार मिथुन और चन्द्रप्रकाश निवासी से ही मथुरा अपने घर से वृंदावन स्थित रामकृष्ण मिशन अस्पताल में  मजदूरी का कार्य करने आए थे वहीं शाम को वह दोनों युवक सीवर के गड्ढे में खुदाई का कार्य कर रहे थे वहीं ठेकेदार की लापरवाही के चलते वह दोनों युवक  नीचे गड्ढे में दब गए जिससे उनकी  मौके पर ही मौत हो गई। परिजनों का कहना है कि ठेकेदार की लापरवाही से इन दोनों युवकों की मृत्यु हुई है। घटनास्थल पर पहुंची पुलिस मामले की जांच में जुटी है। घटना के बाद पुलिस ने दोनों शवों को अपने कब्जे में ले लिया है|

साथ ही परिजनों का आरोप यह भी है कि पुलिस घटनास्थल पर काफी देर बाद पहुंची थी। मौके वारदात के समय प्रशासन की ओर से कोई सहायता प्राप्त नहीं हो सकी। परिजनों ने खुद ही फावड़े से खोदकर उन दोनों शवों को निकाला था। जिसके बाद काफी देर रात तक प्रशासन के खिलाफ जमकर हंगामा भी काटा गया। वही घटना के बाद मौके पर पहुंचे एस पी  क्राइम अशोक कुमार मीणा ने बताया कि दो मजदूर गहरे गड्ढे  में घुसकर खुदाई का कार्य कर रहे थे तभी अचानक ऊपर से मिट्टी का ढेर उनकी ऊपर गिरा जिसे वह दब गए उसके बाद jcb से उनको बाहर निकालने की कोशिश की गई । लेकिन कोई सफलता हाथ नहीं लगी। लगता है  कि इस कार्यवाही में काफी लापरवाही बरती गई हैं|

परिजनों द्वारा लिखित में शिकायत आने पर उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी।वहीं दूसरी ओर मृतक के परिजनों का कहना है कि घटना के बाद  ठेकेदार व अन्य कर्मचारी घटनास्थल से भाग खड़े हुए वहीं अस्पताल परिसर के किसी भी अधिकारी व कर्मचारी ने किसी प्रशासनिक अधिकारी व परिजनों को सूचना देना भी उचित नहीं समझा इस घटना की सूचना उसी गांव के ही एक अन्य मजदूर ने उनके परिजनों को दी जिसके बाद परिजन दौडे -2  घटनास्थल पर आ पहुंचे। जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। अब देखना यह होगा कि प्रशासन ठेकेदार और हॉस्पिटल अधिकारियों के खिलाफ क्या कार्रवाई करता हैं या फिर जो मजदूर मरे हैं उनके परिवार वालों को रहत मिलती है या नहीं |