इंद्री गाँव के सईया छ्परा और बीबीपुर के बीच धनौरा ड्रेन पर बनने वाले पुल पर असंतोष, काम अधड़ में छोडने पर ग्रामीणों ने लगाए नारे, जताया रोष...

इंद्री के गांव सैया छपरा और बीबीपुर के बीच मैं धनोरा ड्रेन पर बनने वाले नए पुल का साइज कम रखना तथा काफी दिनों से पुल के निर्माण कार्य को अधर बीच में छोड़ने से परेशान ग्रामीणों ने रविवार को जमकर सरकार व प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों ने पुल निर्माण को लेकर सवाल उठाए तथा अधिकारियों पर ग्रामीणों की सुविधाओं को ध्यान में रखकर काम ना करने के संगीन आरोप लगाए।

इंद्री गाँव के सईया छ्परा और बीबीपुर के बीच धनौरा ड्रेन पर बनने वाले पुल पर असंतोष, काम अधड़ में छोडने पर  ग्रामीणों ने लगाए नारे, जताया रोष...

इस अवसर पर मौजूद ग्रामीणों ने उनकी हालत और उससे होने वाली परेशानियों को भी दिखाया गांव के लोग इस फूल की मौजूदा व्यवस्था को लेकर चिंतित थे गांव के लोगों ने कहा कि इस ड्रेन पर पहले छोटे आकार का पुल बना हुआ था जिससे लोगों को परेशानियां हो रही थी।  इस सड़क से यमुना नदी से लगे दर्जनभर गांवों का संपर्क होता है जिस कारण फुल की खराब हालत के कारण लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

\बरसात के दिनों में इस नाले में अधिक पानी आ जाने के कारण पुल के ऊपर से पानी होकर गुजरता रहा है जिस कारण इस सड़क से आने जाने वालों को पानी से होकर गुजरना पड़ता था। सरकार ने लोगों की परेशानियों को देखते हुए इस फूल को तोड़ कर दोबारा से बनाने की कार्रवाई शुरू की लेकिन छोटा साइज  पुल बनाया जा रहा है उससे इस ड्रेन में आने वाला अधिक पानी का दबाव यह पुल सहन नहीं कर पाएगा। ऐसी स्थिति में ड्रेन का पानी इस पुल के ऊपर से होकर गुजरेगा जिससे इस रास्ते से गुजरने वाले जनता को भारी परेशानी उठानी पड़ेगी। 

ग्रामीण रजा अब्बास ने कहा की नए पुल से अच्छा तो पुराने वाला पुल ही ठीक था यदि सरकार ने इस ड्रेन पर नया पुल बनवाना है तो वह बड़े साइज का फुल बनवाया जाना चाहिए ताकि ड्रेन में अधिक पानी आने से पानी पुल के ऊपर से हो कर ना चले लोगों का यह भी कहना है कि वह इस समस्या को लेकर अधिकारियों और सत्तासीन नेताओं के समक्ष रख चुके हैं लेकिन आज तक उन्हें खाली आश्वासनों के सिवाय कुछ नहीं मिला है लोगों ने कहा कि यदि प्रशासन में ग्रामीणों की समस्या को ध्यान में रखकर फुल को बड़े साइज में नहीं बनवाया तो फिर ग्रामीण आंदोलन छेड़ने पर विवश होंगे ।

ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि प्रशासनिक अधिकारी जानबूझकर लोगों को आंदोलन के रास्ते पर चलने के लिए विवश कर रहे हैं क्योंकि इस फूल को लेकर वह अधिकारियों को सारी स्थिति से अवगत कराने के बाद भी अधिकारी उनकी बात नहीं सुन रहे हैं इस पुल का निर्माण कर रहे ठेकेदार का कहना है कि जिन नियमों व शर्तों के तहत उन्होंने इस पुल के निर्माण का ठेका मिला है उसी हिसाब से काम किया जा रहा है।