गुरुग्राम-अटल जी के देश के प्रति योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता!

गुरुग्राम || देश के भूतपूर्व प्रधानमंत्री स्व.अटल बिहारी वाजपेयी जी की जयंती पर भाजपा के वरिष्ट नेता मुकेश शर्मा ने कहा कि मां भारती के लिए उनका समर्पण और सेवा भाव सदैव अनुकरणीय है। उनके विचार सुशासन की नींव हैं, जो हमें सदैव प्रेरित करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी की नीतियों व कार्यों को कभी भुलाया नहीं जा सकता।

गुरुग्राम || देश के भूतपूर्व प्रधानमंत्री स्व.अटल बिहारी वाजपेयी जी की जयंती पर भाजपा के वरिष्ट नेता मुकेश शर्मा ने कहा कि मां भारती के लिए उनका समर्पण और सेवा भाव सदैव अनुकरणीय है। उनके विचार सुशासन की नींव हैं, जो हमें सदैव प्रेरित करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी की नीतियों व कार्यों को कभी भुलाया नहीं जा सकता। उनके शासनकाल में लागू हुई जनकल्याण की योजनाओं का जनता को न केवल फायदा मिल रहा है। देशभर में स्व.वाजपेयी का जन्मदिन सुशासन दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। प्रधानमंत्री के रूप में अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यों का उल्लेख करते हुए मुकेश शर्मा ने कहा कि 11 और 13 मई 1998 को पोखरण में पांच भूमिगत परमाणु परीक्षण विस्फोट करके भारत को परमाणु शक्ति सम्पन्न देश घोषित कर दिया गया। इस कदम से उन्होंने भारत को निर्विवाद रूप से विश्व मानचित्र पर एक सुदृढ वैश्विक शक्ति के रूप में स्थापित कर दिया।

यह सब इतनी गोपनीयता से किया गया कि अति विकसित जासूसी उपग्रहों व तकनीक से सम्पन्न पश्चिमी देशों को इसकी भनक तक नहीं लगी। इसके बाद पश्चिमी देशों द्वारा भारत पर अनेक प्रतिबन्ध लगाए गए, लेकिन वाजपेयी सरकार ने सबका दृढ़तापूर्वक सामना करते हुए आर्थिक विकास की ऊंचाईयों को छुआ। उन्होंने 19 फरवरी 1999 को सदा-ए-सरहद नाम से दिल्ली से लाहौर तक बस सेवा शुरू की गई। इस सेवा का उद्घाटन करते हुए प्रथम यात्री के रूप में वाजपेयी जी ने पाकिस्तान की यात्रा करके नवाज शरीफ से मुलाकात की और आपसी सम्बन्धों में एक नयी शुरुआत की। वाजपेयी जी ने 100 वर्ष से भी ज्यादा पुराने कावेरी जल विवाद को सुलझाया। संरचनात्मक ढांचे के लिये कार्य दल, सॉफ्टवेयर विकास के लिये सूचना एवं प्रौद्योगिकी कार्य दल, विद्युतीकरण में गति लाने के लिये केंद्रीय विद्युत नियामक आयोग आदि का गठन किया।

राष्ट्रीय राजमार्गों एवं हवाई अड्डों का विकास, नई टेलीकॉम नीति तथा कोकण रेलवे की शुरुआत करके बुनियादी संरचनात्मक ढांचे को मजबूत करने वाले कदम उठाये। राष्ट्रीय सुरक्षा समिति, आर्थिक सलाह समिति, व्यापार एवं उद्योग समिति भी गठित अटल बिहारी वाजपेयी जी ने गठित की। ग्रामीण रोजगार सृजन एवं विदेशों में बसे भारतीय मूल के लोगों के लिये बीमा योजना शुरू की।