जनसंवाद के नाम पर महिला फरियादियों का अपमान कर रहे मुख्यमंत्री - विधायक डॉ. बीएल सैनी

रादौर से कांग्रेस विधायक ने एक बार फिर लगाया रादौर क्षेत्र की सड़क के चोरी होने का आरोप, सरकार से की शादीपुर से गुमथला तक के खस्ताहाल सड़क मार्ग को पुन बनाने की मांग, एक सप्ताह तक दिया अल्टीमेटम, फिर शुरू करेंगे आंदोलन, मुख्यमंत्री के जनसंवाद कार्यक्रम में महिला फरियादियों की उड़ाई जा रही खिल्ली पर विधायक ने साधा निशाना, बोले मुख्यमंत्री को भविष्य में दिख रही हार का डर अब उनकी बौखलाहट से साफ़ नजर आ रहा है। बोले अब मुख्यमंत्री कुर्सी छोड़ किसी को सौंपे।

रादौर ||  हरियाणा विधानसभा में सड़क चोरी का वक्तव्य देकर सुर्खियों में आए रादौर से कांग्रेस विधायक डॉ. बीएल सैनी ने एक बार फिर शादीपुर गुमथला मार्ग की जर्जर हालत को लेकर सरकार पर निशाना साधा है। रादौर में आज पत्रकारों से बातचीत में विधायक डॉ. बीएल सैनी ने जर्जर शादीपुर-गुमथला मार्ग पर एक सप्ताह के अंदर सकारात्मक कार्रवाई करने की मांग की है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो वह ग्रामीणों व कार्यकर्ताओं के साथ इस समस्या को लेकर आंदोलन करेगें। वहीं इस मौके पर उन्होंने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर द्वारा जनसंवाद कार्यक्रमों के दौरान महिला फरियादियों की उड़ाई जा रही खिल्ली को लेकर भी निशाना साधा।  
कांग्रेस विधायक बीएल सैनी ने शादीपुर गुमथला मार्ग की जर्जर हालत पर कहा कि रादौर विधानसभा क्षेत्र खनन क्षेत्र है। यहां सड़कों पर ओवरलोड धड़ल्ले से चलता है। जिससे सड़कों की हालत खस्ता है। कुछ सड़के तो ऐसी है जो अब कच्चे रास्ता बन चुकी है। करीब एक साल पहले मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इस सड़क के कंकरीट की बनाए जाने की घोषणा की थी। लेकिन अभी तक मुख्यमंत्री की यह घोषणा पूरी नहीं हुई है। कई हादसे भी हो चुके है। जिसमें कई लोग अपनी जान गवां चुके है। लेकिन सरकार आंखे बंद किए लोगों की मौत का तमाशा देख रही है। उन्होंने सरकार को चेतावनी दी कि सरकार एक सप्ताह तक इस सड़क पर कोई सकारात्मक कार्रवाई करे नहीं तो वह कार्यकर्ताओं व ग्रामीणों के साथ इस समस्या को लेकर आंदोलन करने पर विवश हो जाएगें।  

वहीं विधायक ने कहा कि जनसंवाद कार्यक्रमों के दौरान मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की बोखलाहट से साफ़ नजर आ रहा है कि उन्हें अब हार का डर सताने लगा है। उन्होंने कहा कि एक तरफ तो सरकार महिला सशक्तिकरण के दावे करती है, लेकिन जब कोई महिला फरियादी किसी मांग को जनसंवाद कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री के समक्ष रखती है, तो मुख्यमंत्री द्वारा उनकी खिल्ली उड़ाकर उनको बेइज्जत किया जा रहा है। उन्होंने मुख्यमंत्री को सलाह देते हुए कहा कि अगर उन्हें हार का इतना ही डर है, तो वह मुख्यमंत्री के पद से त्यागपत्र देकर किसी और को मौका दे।