13 साल की नाबालिक को मकान मालिक ने बनाया अपने हवस का शिकार

इंस्पेक्टर सतपाल खटाना ने उनकी एक नहीं सुनी और उन्हें बेइज्जत कर गाली गलौज देते हुए चौकी से तीनों बार भगा दिया। लेकिन बच्ची के माता-पिता अपनी बच्ची की खोजबीन शुरू कराने के लिए 15 जुलाई को दिल्ली राष्ट्रीय बाल कल्याण आयोग पहुंचे

13 साल की नाबालिक को मकान मालिक ने बनाया अपने हवस का शिकार

 फरीदाबाद (केशव ) ||  दिल्ली से सटा फरीदाबाद लगातार क्राइम सिटी के साथ-साथ अब रेप सिटी बनता जा रहा है। जी हाँ बता दें कि दिन प्रतिदिन फरीदाबाद में बालिग और नाबालिग बच्चियों के साथ रेप की घटनाएं कम होने का नाम नहीं ले रही है । ताजा मामला फरीदाबाद के मुजेसर थाना इलाके का है जहाँ एक मकान मालिक ने 13 साल की नाबालिक बच्ची को अपनी हवस का शिकार बना डाला जिसके चलते बच्ची गर्भवती हो गई। और बच्ची ने अपने परिजनों के डर से बीते 26 जून को घर छोड़ दिया बच्ची के घर से चले जाने के बाद से पीड़ित परिवार बच्ची की खोजबीन के लिए पुलिस चौकी में शिकायत देने पहुंचे लेकिन चौकी में तैनात सब इंस्पेक्टर सतपाल खटाना ने उन्हें गाली गलौज कर भगा दिया इसके बाद में फिर एक बार नहीं दो बार नहीं 3 बार चौकी पहुंचे  | अपनी बेटी को साथ लेकर न्याय दिलाने के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे  यह  बच्ची और इसके माता-पिता है। पीड़िता के मुताबिक  आरोपी मकान मालिक ने एक रात मौका पाकर उसे अपनी हवस का शिकार बना डाला  और किसी से बताने पर उसे उसे परिवार को जान से मारने की धमकी दी जिसके दर से बच्ची ने अपने माता पिता को कुछ नहीं बताया  और इस दौरान वह गर्भवती हो गई गर्भवती होने के बाद से वह मायूस रहने लगी जब उसके  माता-पिता ने मायूस रहने का कारण जानना चाहा तो बच्ची ने उन्हें डर की वजह से कुछ नहीं बताया जिसके बाद बच्ची के माता-पिता ने उसका मेडिकल परीक्षण कराने की बात कही मेडिकल परीक्षण बात सुनकर बच्ची ने आरोपी ये बात बताई तो आरोपी ने बच्ची को गर्भपात होने की दवाई खिला दी और मेडिकल परीक्षण के बाद राज खुल जाने के डर से आरोपी ने उससे घर छोड़ कर मथुरा चले जाने को कहा  और कहा कि वह वहाँ पर आकर सब ठीक कर देगा | लेकिन आरोपी उससे मिलने नहीं पहुँचा और इस दौरान (उसका) बच्ची का मोबाइल भी गुम हो गया जिसके चलते वह भी आरोपी से संपर्क नहीं कर पाई और वह लगभग 20 से 25 दिन इधर उधर फुटपाथ और मंदिरों में सो कर मांग कर खा कर अपना गुजारा करते रही जिसके बाद एक दिन फरीदाबाद के युवती ने उसे देख लिया और उससे कहा कि वह यहाँ कई दिनों से रह रही है उसने कहा की यदि कोई गलती हुई है तो अपने माता पिता से माफी मांग लेना लेकिन घर चली जसो जिसके बाद वह महिला अपने साथ बल्लभगढ़ तक लेकर आई और घर जाने की कहकर वह अपने रास्ते चली गई फिर 19 तारीख की रात वह अपने घर पहुंची। गौरतलब है कि बच्ची ने बीते 26 जून को डर की वजह से घर छोड़ दिया था और तभी से उसके माता पिता पुलिस चौकी के चक्कर पर चक्कर काट रहे थे उनका आरोप है |