दुल्हन के हाथों में लगी रह गई मेहंदी, दहेज का लोभी दूल्हा नही लेकर आया बारात

उसकी शादी का दिन उसकी ज़िंदगी का सबसे यादगार पल होता है,नेहा के हाथों में मेहंदी सजी थी,दहेज के लोभियों ने उसके सारे सपनो को चकनाचूर कर दिया, परिवार ने इनके सारे अरमानों पर पानी फेर दिया,दुल्हन पक्ष के लोग वर के घर गये तो उल्टा उन्हें ही बंधक बना लिया गया

दुल्हन के हाथों में लगी रह गई मेहंदी, दहेज का लोभी दूल्हा नही लेकर आया बारात

||Delhi||Rajnipal|| हर किसी के लिए उसकी शादी का दिन उसकी ज़िंदगी का सबसे यादगार पल होता है। अपने हाथों में मेहंदी लगाए ये है नेहा नाम जिसने कभी सपने में भी नहीं सोचा होगा कि उसकी जिंदगी का सबसे ख़ुशी का दिन उसकी जिंदगी का सबसे काला दिन बन जायेगा..हर लड़की कि तरह उसके भी सपने थे कि उसकी शादी होगी और वह दुल्हन बनेगी उसका भी सपनो का राजकुमार घोड़ी पर सवार होकर उसे ब्याहने आएगा। उसका यह सपना पुरा होने वाला ही था कि दहेज के लोभियों ने उसके सारे सपनो को चकनाचूर कर दिया। सभी रिश्तेदारों और जान पहचान वालो को शादी का न्यौता दिया जा चूका था। शादी का पंडाल सजा था..बारातियो के स्वागत कि तैयारी पुरी हो चुकी थी.. दावत के लिए पकवान भी बन चुके थे... नेहा के हाथों में मेहंदी सजी थी...लेकीन एन वक़्त पर उसे सूचना मिली कि उसके दुल्हे को दहेज़ कम लग रहा है...और उसने शादी से इनकार कर दिया...नेहा और उसका परिवार दुल्हे और बारात के आने का इन्तजार कर रहे थे लेकीन वो नहीं आया, जिसके बाद जब दुल्हन पक्ष के लोग वर के घर गये तो उल्टा उन्हें ही बंधक बना लिया गया और बदतमीज़ी की गई। जिसके बाद पुलिस के आने के बाद वो वहां से निकल पाए।   


वही नेहा के परिवार ने बताया कि कल 23 फरवरी को उसकी शादी होने थी और आज से करीब 2 ढाई महीने पहले दिल्ली के विकास नगर में रहने वाले दीपक नाम के युवक से नेहा की शादी तय हुई थी। सब कुछ ठीक चल रहा था, कभी किसी तरह के दहेज को लेकर कोई बात भी नही हुई। साथ ही लड़की पक्ष ने बताया कि रिश्ता तय करते समय लड़के वालों ने कोई मांग आदि भी नही की ओर दहेज लेने से साफ इंकार भी कर दिया था। लड़की वालों ने भी अपनी कमज़ोर आथिर्क स्थिति के बारे में उन्हें साफ बताया दिया था। लड़की के घर पर रखा यह शादी का सामान और परिवार उसे वह सब देना चाहते थे जो एक लड़की का परिवार अपने हैसियत के अनुसार देना चाहता हैं। पीड़ित युवती का भाई चार बहनों में अकेला है, दिहाड़ी मजदूरी कर उसने उसकी शादी के लिए जैसे तैसे बड़े अरमानों के साथ सारा इंतज़ाम किया था। लेकिन दहेज के लालची दूल्हे ओर उसके परिवार ने इनके सारे अरमानों पर पानी फेर दिया और पूरे समाज मे इनकी इज्जत की धज्जियां उड़ा दी। अब ऐसे में इन्हें दोषी दूल्हे ओर उसके लालची परिवार के लिए कड़ी से कड़ी सजा कि मांग कर रहे हैं।

हलाकि अब नेहा और उसके परिवार को समझ नहीं आ रहा है कि वह अपनी किस्मत पर आंसू  बहाए या ख़ुशी मनाये कि उसके लालची दुल्हे कि पोल शादी से पहले ही खुल गयी और इस शख्स के साथ शादी होने से पहले ही उसने अपना असली रूप दिखा दिया। ऐसे लोगो के लिए दुल्हन ही दहेज नही बल्कि दहेज ही सब कुछ है। लेकिन इस घटना ने एक बार फिर साफ कर दिया है कि भले ही हम नए दौर में जी रहे हों लेकिन समाज मे आज भी ऐसे दहेज के लोभी मोजूद हैं जो पूरी इंसानियत और समाज के लिए नासूर बने हुए हैं।