पानीपत के सिविल अस्पताल में मरीजों को सुविधाए न मिलने पर लोगो में दिखा रोष 

-मरीज समय पर अल्ट्रसाउंड न होने साथ साथ गॉर्ड के व्यवहार से बेहद हताश दिखे.साथ ही उन्होंने गेट पर ही गॉर्ड द्वारा पर्ची फाड़ कर फेंकने के आरोप लगाए।वही जब इस बारे में एमएस आलोक जैन से बात की तो उन्होंने उल्टा मरीजों पर ही धक्का मुक्की करने का आरोप लगा दिया

पानीपत के सिविल अस्पताल में मरीजों को सुविधाए न मिलने पर लोगो में दिखा रोष 

पानीपत सिविल अस्पताल के हालात इतने बद से बदतर हो गए है कि इलाज मिलना तो दूर मरीजों से ढंग से बात भी नहीं कि जाती है ये आरोप हमारा नहीं बल्कि अल्ट्रसाउंड के लिए आये लोगों का है...जो अल्ट्रसाउंड के लिए पिछले 10 - 10 दिनों से अस्पताल के चक्कर काट रहे है...मरीजों ने बताया कि उन्हें रोज टाइम देकर वापिस भेज दिया जाता है लेकिन जैसे ही अगले दिन पहुंचते है तो उन्हें दरवाजे पर खड़ा सिक्योरिटी गार्ड ही धमका कर वापिस कर देता है...साथ ही मरीजो ने अपने जानकारों को पहले बुलाकर अल्ट्रसाउंड करवाने का आरोप लगाया...उन्होंने कहा कि डॉक्टर का टाइम 7 बजे का है लेकिन डॉक्टर 9 बजे पहुंचता है जिसके चलते वो घंटो लाइनों में लगे रहते है और पूरा दिन लाइनों में लगने के बाद खाली हाथ घर वापिस जाना पड़ता है।मरीज समय पर अल्ट्रसाउंड न होने साथ साथ गॉर्ड के व्यवहार से बेहद हताश दिखे.साथ ही उन्होंने गेट पर ही गॉर्ड द्वारा पर्ची फाड़ कर फेंकने के आरोप लगाए।वही जब इस बारे में एमएस आलोक जैन से बात की तो उन्होंने उल्टा मरीजों पर ही धक्का मुक्की करने का आरोप लगा दिया...वहीं उन्होंने अल्ट्रसाउंड की एक ही मशीन हिने के साथ साथ डॉक्टरों की कमी के कारण भीड़ होने का कारण बताया..उन्होंने कहा कि डॉक्टर ओर एक्स्ट्रा मशीनों के लिए चंडीगढ डिमांड भेजी गई है।फिलहाल अल्ट्रसाउंड न होने से लोगों में भारी रोष देखने को मिला वही प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं के दावे करते थकते दिखाई नहीं देते...अब देखना होगा अल्ट्रसाउंड करवाने आये लोगों की समस्या के समाधान के लिए अस्पताल प्रशासन की तरफ से क्या कदम उठाए जाते है।