अंबाला में बाढ़ के कारण शहरी और ग्रामीण इलाके हुए जलमग्न

अंबाला में बाढ़ के कारण शहरी और ग्रामीण इलाके हुए जलमग्न , लोगों के घरों में घुसा पानी , स्कूल , हस्पताल , मवेशी , वाहन सब पानी में डूबे , लोग बढ़ते जल स्तर से खौफ जदा , लोगों का आरोप प्रशासन ने नहीं ली उनकी सुध , 24 घंटे बीत जाने के बाद भी किसी प्रशासनिक अधिकारी ने नहीं किया बाढ़ प्रभावित इलाके का दौरा।

अंबाला में बाढ़ के कारण शहरी और ग्रामीण इलाके हुए जलमग्न

  अंबाला (अंकुर कपूर ) अंबाला में एकाएक बने बाढ़ जैसे हालातों से जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है , पानी के तेज बहाव के हिचकोले किसी अनहोनी की तरफ इशारा कर रहे हैं।  लोगों के घरों में पानी घुस चुका है , मवेशी पानी में डूबे हुए हैं , गाड़ियां , स्कूल , सड़के सब तालाब में तब्दील होती दिखाई दे रही हैं और इस सब के बीच लोग आरोप लगा रहे हैं की प्रशासनिक अधिकारी उनकी सुध लेने तक नहीं आये।  ऐसे में सवाल यह उठता है की अगर जिला प्रशासन इन लोगों की सुध नहीं लेगा तो आखिर ये लोग अपनी फ़रियाद कहाँ और कैसे लगाएं |अंबाला शहर के नैशनल हाइवे यानी अंबाला चंडीगढ़ मार्ग की जहाँ पानी का तेज बहाव साफ़ ये इशारा कर रहा है की फिर से तेज बरसात हुई तो कोई भी अनहोनी हो सकती है।  अंबाला चंडीगढ़ हाइवे पर बने पल के नीचे बनी एक पुलिया से निकलते इस पानी ने आस पास के इलाके को जल मगन कर दिया , जिसमे पास ही बनी टाइल फैक्ट्री और मंदिर दोनों डूब गए।  लोगों की माने तो न तो उनके लिये पीने का पानी है , न लाइट है न फसल बची और न ही घर में पड़ा सामान , और इस सब के बीच  प्रशासनिक अधिकारी अब तक मौके पर नहीं आये जिसके कारण उनकी समस्या को सुनने वाला कोई नहीं।ऐसा नहीं की ये हालात सिर्फ शहरी इलाके के हैं , हमने अंबाला के ग्रामीण इलाकों का दौरा किया तो वहाँ के हालात शहर से भी बुरे थे , किसानों के सैकड़ो एकड़ खेत पानी में जल मगन हो गए , जो कुछ था वो तबाह हो गया , किसी स्कूल में पानी घुस गया तो पूरा गाँव का गाँव जल मगन हो गया।  अंबाला जगाधरी नेशनल हाइवे पर स्तिथ तेपला गाँव पूरी तरह से इसकी चपेट में आ गया।  गांव वाले यहाँ भी जिला प्रशासन का इन्तजार करते रहे की कब जिला प्रशासन आये और उन्हें इस विपदा से बाहर निकाले।  प्रशासन का इन्तजार कर के थक हार के लोगों ने खुद पानी को निकालने की  नाकाम कोशिश की लेकिन कामयाब नहीं हो पाए।  ग्रामीणों ने हमें अपना दुःख ब्यान किया और बताया की कैसे वह यहाँ परेशानियां झेल रहें हैं लेकिन  उनकी सुध लेने वाला कोई नहीं।