अमृतसर : भारत के चौथा स्तंभ कहे जाने वाले पत्रकारों के साथ आईपीएस अफसर द्वारा किया गया दुर्व्यवहार ....

जानते किसी भी कार्ड को जब सब पत्रकार इकठ्ठा होकर थाने के सामने बैठ गए और पुलिस प्रसाशन के खिलाफ नारेबाजी की तो उच्च अधिकारियों द्वारा पत्रकारों से बातचीत की गई पर कोई भी अधिकारी कैमरे में बोलने को तैयार नही था उच्च अधिकारी द्वारा पत्रकारों से माफी मांग कर इस विवाद को खत्म किया गया और ये भी अस्वाशन दिया गया कि आगे से ऐसा बिल्कुल नही होगा  पर सवाल ये की आए दिन ही पत्रकारों के साथ इस तरीके की बदसलूकी की जाती है 

अमृतसर : भारत के चौथा स्तंभ कहे जाने वाले पत्रकारों के साथ आईपीएस अफसर द्वारा किया गया दुर्व्यवहार ....

अमृतसर ( सोनू सोढ़ी ) भारत के चौथा स्तंभ कहे जाने वाले पत्रकारों के साथ आईपीएस अफसर द्वारा किया गया दुर्व्यवहार... 2 निजी चैनल के पत्रकार जो कि थाना डी डिविजन के अंदर न्यूज़ कवरेज करने के गए थे जिनके साथ वहा नए आए ए डी सी पी सरताज सिंह चाहल व कुछ मुलाजमो द्वारा उन पत्रकारों को धक्के मारे ओर कहा कि कर्फ़्यू लग गया है और आप सभी घर जाए तब मोके पर पहुंचे एक ओर निजी चैनल के वसिष्ठ पत्रकार सुमित खन्ना द्वारा जब अपना येल्लो कार्ड दिखाया गया और ये कहा गया कि हमे सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त आई कार्ड दिया गया है और क्या पत्रकारों पर कर्फ्यू लागू होता है तो इस सवाल पर अफसर भड़क गए और कहने लगे हम नही जानते किसी भी कार्ड को जब सब पत्रकार इकठ्ठा होकर थाने के सामने बैठ गए और पुलिस प्रसाशन के खिलाफ नारेबाजी की तो उच्च अधिकारियों द्वारा पत्रकारों से बातचीत की गई पर कोई भी अधिकारी कैमरे में बोलने को तैयार नही था उच्च अधिकारी द्वारा पत्रकारों से माफी मांग कर इस विवाद को खत्म किया गया और ये भी अस्वाशन दिया गया कि आगे से ऐसा बिल्कुल नही होगा  पर सवाल ये की आए दिन ही पत्रकारों के साथ इस तरीके की बदसलूकी की जाती है