नफे सिंह राठी दोबारा बने इनेलो के प्रदेशाध्यक्ष

इनेलो प्रदेशाध्यक्ष नफे सिंह राठी ने पार्टी द्वारा उन पर किए गए विश्वास पर कायम रहते हुए पार्टी के संगठन को मजबूत करने का भरोसा दिलाया। उन्होंने कहा कि पार्टी ने उन्हें जो जिम्मेवारी दोबारा सौंपी है, इसके तहत वह पार्टी की नीतियों को जन-जन तक पहुंचाने का काम करेंगे और शीघ्र प्रदेश व जिले की कार्यकारिणी बनाकर कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों को जिम्मेवारियां सौपेंगे। 

बहादुरगढ़ || इंडियन नेशनल लोकदल सुप्रीमो चौ. ओमप्रकाश चौटाला से विचार विमर्श कर इनेलो के राष्ट्रीय महासचिव अभय सिंह चौटाला ने नफे सिंह राठी को दोबारा प्रदेशाध्यक्ष नियुक्त किया है। आज अपने कार्यालय पर पहुंचने पर हल्का बहादुरगढ़ के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने ढोल नगाड़ों व फूल मालाओं से दोबारा प्रदेशाध्यक्ष बनने पर नफे सिंह राठी का भव्य स्वागत किया। पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने इनेलो प्रदेशाध्यक्ष नफे सिंह राठी को प्रदेश व जिले की कार्यकारिणी नियुक्त करने की जिम्मेवारी भी सौंपी है। इनेलो प्रदेशाध्यक्ष नफे सिंह राठी ने पार्टी द्वारा उन पर किए गए विश्वास पर कायम रहते हुए पार्टी के संगठन को मजबूत करने का भरोसा दिलाया। उन्होंने कहा कि पार्टी ने उन्हें जो जिम्मेवारी दोबारा सौंपी है, इसके तहत वह पार्टी की नीतियों को जन-जन तक पहुंचाने का काम करेंगे और शीघ्र प्रदेश व जिले की कार्यकारिणी बनाकर कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों को जिम्मेवारियां सौपेंगे। 

उन्होंने कहा कि इनेलो पार्टी का जिस तरह से जनाधार लगातार बढ़ रहा है, उससे यह साफ हो गया है कि आने वाला समय इनेलो का है और जनता एक बार फिर इनेलो को सत्ता सौंपने का काम करेगी। उन्होंने कहा कि भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार की कुनीतियों से प्रदेश की जनता दुखी व परेशान है। पोर्टल लागू करके लोगों को केवल परेशान करने का काम किया जा रहा है। एचपीएससी की एचसीएस भर्ती प्रक्रिया पर उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि 100 पदों पर 300 लोगों को बुलाना था, लेकिन 61 अभ्यार्थियों को ही एचसीएस के लिए क्वालीफाई किया गया। जिस अभ्यार्थियों के 45 प्रतिशत से अंक कम रहे, उन्हें मन मर्जी से बाहर कर दिया गया। उन्होंने कहा कि बड़े ही अफसोस की बात है कि जिस 61 अभ्यार्थियों ने क्वालीफाई किया है, उसमें एससी समाज से एक भी अभ्यार्थी नहीं है। जिसका सीधा मतलब है कि भाजपा सरकार हर पोस्ट को करोड़ों रुपए में बेचना चाहते हैं। भाजपा स्वयं फैसला लेकर बच्चों का भविष्य खराब कर रही है और आरक्षित पदों को भी समाप्त कर अपनी मर्जी से भर्तियां करना चाह रही है, लेकिन अब प्रदेश की जनता भाजपा के मनसूबो को जान चुकी है और 2024 के चुनाव में इसका सबक सिखाएगी।