खिलाड़ियों के समर्थन में सड़कों पर उतरे किसान व सामाजिक संगठन

दर्शन करते हुए लघु सचिवालय पहुंचे और राष्ट्रपति के नाम प्रशासनिक अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा। साथ ही उपायुक्त द्वारा ज्ञापन लेने नहीं आने पर भी रोष जताते हुए कहा कि महिला डीसी को बेटियों की आबरू के लिए आना चाहिए था।

चरखी दादरी। खिलाड़ियों के मामले में उनको न्याय दिलवाने की मांग को लेकर किसान, सामाजिक कर्मचारी संगठनों ने दादरी की सड़कों पर उतरते हुए रोष प्रदर्शन किया। प्रदर्शन करते हुए लघु सचिवालय पहुंचे और राष्ट्रपति के नाम प्रशासनिक अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा। साथ ही उपायुक्त द्वारा ज्ञापन लेने नहीं आने पर भी रोष जताते हुए कहा कि महिला डीसी को बेटियों की आबरू के लिए आना चाहिए था।

विभिन्न संगठनों के साथ ट्रेड यूनियनें व किसान संगठनों ने एकजुट होकर रोष मीटिंग की। मीटिंग में खाप पंचायतों के साथ मिलकर आंदोलन को आगे बढ़ाने पर निर्णय लिया और पहलवानों को न्याय दिलाने के लिए एकजुट होकर आर-पार की लड़ाई लड़ने को तैयार रहने की बात कही। बाद में दादरी की सड़कों पर उतरते हुए रोष प्रदर्शन किया और लघु सचिवालय पहुंचकर ज्ञापन सौंपा। उन्होंने केंद्र सरकार व दिल्ली पुलिस की कार्यप्रणाली पर आरोप लगाए। साथ ही बेटियों की आबरू को लेकर एकजुट होकर लड़ाई लड़ने का ऐलान किया।

फोगाट खाप सचिव सुरेश फोगाट व ट्रेड यूनियन नेता कमलेश भैरवी ने संयुक्त रूप से कहा कि जिस तरह से सरकार की शह पर दिल्ली पुलिस ने पहलवानों के साथ ज्यादती की है, वह सहन नहीं करेंगे। बेटियों की आबरू के साथ खिलवाड़ करने वाले बृजभूषण शरण को तुरंत प्रभाव से गिरफ्तार कर जेल में डालना चाहिए। उनकी लड़ाई रूकी नहीं है बल्कि इस बार आर-पार की लड़ाई के लिए तैयार हैं।