मणिपुर में हुई बर्बरता के विरोध में कांग्रेस का रोष प्रदर्शन

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता की माने तो बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ का नारा देने वाली भाजपा सरकार के राज में बेटियां सुरक्षित नही हैं। मणिपुर की घटना ने साबित कर दिया कि देश में बेटियों का कोई सम्मान नही हैं। मणिपुर में पिछले काफी समय से दंगे हो रहे है, लेकिन केंद्र सरकार गहरी नींद में सोई हुई हैं।

गुरुग्राम || मणिपुर में कुर्की समाज की बेटियों के साथ हुई बर्बरता ने देश को शर्मशार करने का काम किया हैं। देश की बेटियों के साथ हुई बर्बरता को लेकर जिला गुरूग्राम की कांग्रेस इकाई ने केंद्र सरकार के खिलाफ जम कर प्रदर्शन किया और प्रधानमंत्री का पुतला फूंका। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता की माने तो बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ का नारा देने वाली भाजपा सरकार के राज में बेटियां सुरक्षित नही हैं। मणिपुर की घटना ने साबित कर दिया कि देश में बेटियों का कोई सम्मान नही हैं। मणिपुर में पिछले काफी समय से दंगे हो रहे है, लेकिन केंद्र सरकार गहरी नींद में सोई हुई हैं। गुरुग्राम में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सरकार का पुतला जला कर प्रधानमंत्री व गृहमंत्री अमित शाह सहित मणिपुर सरकार से इस्तीफा देने की मांग की है। इसके साथ ही देश में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर भी सरकार पर कई आरोप लगाऐ।

4 मई को मणिपुर में हुए महिलाओं पर अत्याचार को लेकर गुरुग्राम में कांग्रेस के वरिष्ट नेता पंकंज डाबर की अगुवाई में जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान केंद्र सरकार का पुतला फुकने के साथ ही सरकार से इस्तीफे की मांग भी की गई। कांग्रेस नेताओं का आरोप है कि सरकार मणिपुर की हिंसा को रोकने में पूरी तरह से नाकाम रही है। इस लिए मणिपुर के मुख्यमंत्री व देश के गृह मंत्री को इस्तीफा देना चाहिए।

कांग्रेस ने मणिपुर सरकार की कार्यशैली पर सवालिया निशान लगाए है। विडियों वायरल होने के बाद जब पूरा देश इस घटना की निंदा कर रहा था तब जाकर पुलिस की और से आरोपियों को पकड़ने की कार्यवाही शुरू की गई, जो कि साबित करता है कि मणिपुर सरकार वहां के निवासियों की सुरक्षा को लेकर गभींर नही है। मणिपुर में महिलाओं के साथ हुई अमानवीय घटना ने पूरे देश को शर्मशार कर दिया है। सता पक्ष व विपक्ष एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाने में लग गया है। लेकिन इस सब के बीच सवाल यहीं खड़ा होता है कि क्या पूर्ण बहुमत की सरकार मणिपुर में हो रही हिंसा पर लगाम लगाने में कामयाब क्यो नही हो पा रही है।