सीएम फ़्लाइंग की टीम ने किया बिजली निगम कार्यालय का औचक निरीक्षण

[kildeep saini , radaur] पिछले कई पहले आंधी तूफान में टूटे खंभों को ठीक करने में बिजली निगम कर्मचारियों द्वारा बरती जा रही लापरवाही की शिकायत मिलने पर सीएम फ्लाइंग की टीम ने बिजली निगम रादौर का औचक निरीक्षण किया। जिससे बिजली निगम कार्यालय में हड़कंप मच गया और कर्मचारी इधर उधर सरकने का प्रयास करते देखे गए। कार्रवाई के लिए नायब तहसीलदार अनिल कुमार को ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया था। जांच में पाया गया कि निगम ने आंधी तूफान में टूटे बिजली के खंभों व ट्रांसफार्मरों को ठीक करने का जो एस्टीमेट तैयार किया हुआ था। उनमें से अधिकांश किसानों ने अपने खर्चे पर पहले ही ठीक करवा लिया है। जिसमें जांच के बाद बिजली निगम कर्मचारियों की कार्यप्रणाली संदेह के घेरे में है।

 सीएम फ़्लाइंग के सब इंस्पेकटर सुखविंद्र शर्मा ने बताया कि शिकायत के आधार पर उनकी टीम जांच के लिए बिजली निगम पहुंची थी। जांच के दौरान बिजली निगम में आंधी के दौरान टूटे खंभों व ट्रांस्फार्मरों को ठीक करने के लिए कर्मचारियों द्वारा एस्टीमेट तैयार किए हुए मिले है। जब उन एस्टीमेट के आधार पर मौके पर जाकर छानबीन की गई तो पाया गया कि जो एस्टीमेट बिजली निगम कर्मचारियों द्वारा तैयार किए गए है उनमें से अधिकांश को किसानों ने खुद अपने खर्चे पर ठीक करवा लिया है। यह बिजली निगम कर्मचारियों की बड़ी अनदेखी का मामला है। इस पूरे मामले की गहनता से जांच की जाएगी। जिसकी रिपोर्ट बनाकर उच्चाधिकारियों को भेजी जाएगी। वहीं एक फाइल भी मौके पर मिली है। जिसमें शिकायतकर्ता ने उसकी जमीन पर किसी दूसरे के नाम कनेक्शन दिए जाने की बात कही है। इसकी भी टीम द्वारा जांच की जाएगी।