सरसों की सरकारी खरीद का बहिष्कार कर आढतियों ने मंडी में बवाल काटा
सरकार के आदेशों के बाद जहां सरकारी खरीद के तीन दिन बाद सरसों की सरकारी खरीद को लेकर संबंधित एजेंसी द्वारा बाहरी एजेंट बनाने पर आढतियों में काफी रोष है। आढ़तियों ने मंडी प्रधान रामकुमार रिटोलिया की अगुवाई में मार्केट कमेटी कार्यालय के समक्ष काफी बवाल काटा और मंडी में सरसों की सरकारी खरीद का बहिष्कार करते हुए रोष प्रदर्शन किया। इस दौरान उनको समझाने पहुंचे मार्केट कमेटी के सचिव परमजीत नांदल के साथ भी आढति भिड़ गए और खरी-खरी सुनाई। साथ ही चेतावनी दी कि उनकी मांगों को नहीं माना गया तो मंडी को बंद कर देंगे।
चरखी दादरी। सरकार के आदेशों के बाद जहां सरकारी खरीद के तीन दिन बाद सरसों की सरकारी खरीद को लेकर संबंधित एजेंसी द्वारा बाहरी एजेंट बनाने पर आढतियों में काफी रोष है। आढ़तियों ने मंडी प्रधान रामकुमार रिटोलिया की अगुवाई में मार्केट कमेटी कार्यालय के समक्ष काफी बवाल काटा और मंडी में सरसों की सरकारी खरीद का बहिष्कार करते हुए रोष प्रदर्शन किया। इस दौरान उनको समझाने पहुंचे मार्केट कमेटी के सचिव परमजीत नांदल के साथ भी आढति भिड़ गए और खरी-खरी सुनाई। साथ ही चेतावनी दी कि उनकी मांगों को नहीं माना गया तो मंडी को बंद कर देंगे।
बता दें कि आढतियों ने सरसों की सरकारी खरीद आढतियांे के माध्यम से करवाने की मांग की गई। बावजूद इसके बाहरी एजेंट बनाकर मंडी प्रशासन द्वारा सरसों की खरीद शुरू करवाई तो आढति भड़क गये। आढतियों ने मंडी प्रधान रामकुमार रिटोलिया की अगुवाई में सरसों की सरकारी खरीद का बहिष्कार करते हुए रोष प्रदर्शन किया। कहा कि अढ़ाई फीसदी आढत मिलने के बाद ही उनके माध्यम से सरकारी खरीद शुरू होने देंगे। अल्टीमेटम दिया कि अगर मांगे नहीं मानी तो अनाजमंडी को बंद करते हुए आर-पार की लड़ाई लड़ेंगे। हालांकि अनाजमंडी में सरसों की आवक शुरू हो गई है लेकिन सरकारी खरीद नहीं होने से किसानों को भी काफी परेशानियां हो रही हैं।