फतेहाबाद से सस्पेंड किए गए डीआईपीआरओ आत्माराम के पक्ष में उत्तरा गुर्जर समाज

[satish kathak , fathebaad ] फतेहाबाद से सस्पेंड किए गए डीआईपीआरओ आत्माराम के पक्ष में उत्तरा गुर्जर समाज, कहा सरकार के द्वारा जल्द उन्हें नहीं किया गया बहाल तो पूरे हरियाणा में करेंगे आंदोलन, 14 के करीब पहुंचे जन संगठनों के द्वारा फतेहाबाद के एडीसी को सौंपा गया मांग पत्र, निष्पक्ष जांच की उठाई गई मांग, मांग पत्र देने पहुंचे लोगों का कहना, बेवजह आत्माराम डीआईपीआरओ को किया गया है सस्पेंड, पूरी नौकरी में उन पर नहीं है कोई भी दाग।

फतेहाबाद से सस्पेंड किए गए डीआईपीआरओ आत्माराम के पक्ष में उत्तरा गुर्जर समाज, कहा सरकार के द्वारा जल्द उन्हें नहीं किया गया बहाल तो पूरे हरियाणा में करेंगे आंदोलन, 14 के करीब पहुंचे जन संगठनों के द्वारा फतेहाबाद के एडीसी को सौंपा गया मांग पत्र, निष्पक्ष जांच की उठाई गई मांग, मांग पत्र देने पहुंचे लोगों का कहना, बेवजह आत्माराम डीआईपीआरओ को किया गया है सस्पेंड, पूरी नौकरी में उन पर नहीं है कोई भी दाग।
फतेहाबाद के डीआईपीआरओ आत्माराम कसाना को सस्पेंड करने के मामले में अब गुर्जर समाज सामने आया है, गुर्जर समाज का कहना है कि अगर निष्पक्ष जांच करवा कर जल्द आत्माराम को बहाल नहीं किया गया तो पूरे हरियाणा में आंदोलन किया जाएगा और इसका नुकसान सरकार को भुगतना होगा। आज 14 के करीब जन संगठन फतेहाबाद के लघु सचिवालय पहुंचे और फतेहाबाद के एडीसी को मांग पत्र सौंपा। जिसमें मांग की गई है कि आत्माराम कसाना के मामले में निष्पक्ष जांच करवाई जाए और उन्हें जल्द बहाल किया जाए। गुर्जर समाज के लोगों का कहना है कि आत्माराम कसाना का कोई भी दोष नहीं है उन्हें बेवजह टारगेट किया जा रहा है।
सरकार द्वारा किए गए कार्यों की सूची पहले चंडीगढ़ भेजी गई और उसके बाद उसे फाइनल किया गया था, इसलिए अकेले आत्माराम को ही सस्पेंड क्यों किया गया। गौरतलब है कि बीती 25 जुलाई को फतेहाबाद में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने प्रगति रैली को संबोधित किया था। इस संबोधन में उन्होंने कांग्रेस द्वारा करवाए गए कार्यों को लेकर भी श्रेय ले लिया। इसके बाद विवाद हुआ तो सरकार ने आत्माराम कसाना को सस्पेंड कर दिया, अब उसे मामले में गुर्जर समाज लामबंद होता दिखाई दे रहा है।