भिवानी : रैंक वन पेंशन नीति में गड़बड़ी के विरोध में पूर्व सैनिक जुटे
वन रैंकवन रैंक वन पेंशन नीति में गड़बड़ी के विरोध में पूर्व सैनिक जुटे ,सरकार के खिलाफ पूर्व सैनिकों का गुस्सा फूट पड़ा नीति में कई विसंगतियां पॉलिसी में गड़बड़ी के तहत 97 फीसदी पैसा नहीं मिला |
|| Bhiwani || Kartik Bhardwaj || रैंक वन पेंशन नीति में गड़बड़ी के विरोध में पूर्व सैनिक जुटे ,सरकार के खिलाफ पूर्व सैनिकों का गुस्सा फूट पड़ा नीति में कई विसंगतियां पॉलिसी में गड़बड़ी के तहत 97 फीसदी पैसा नहीं मिला |सरकार से ठगे गए भूतपूर्व सैनिक :- भूतपूर्व सैनिक 20 फरवरी को दिल्ली की यात्रा करेंगे | आज नेहरू पार्क स्थित शहीद स्मारक पर जिले के पूर्व सैनिकों का हुजूम उमड़ा |
20 फरवरी को पहले उपायुक्त को सौंपेंगे ज्ञापन, फिर जंतर-मंतर-सानिक भिवानी तक मार्च करेंगे वन रैंक वन पेंशन पॉलिसी को तोड़ते हुए विसंगति के विरोध में जुटे पूर्व सैनिक सरकार के खिलाफ रोष पूर्व सैनिक सरकार में कई विसंगतियां नीति में विसंगति के तहत नीति नहीं पाई गई | 97 प्रतिशत पैसा, सरकार से ठगे गए भूतपूर्व सैनिक :- भूतपूर्व सैनिक 20 फरवरी को दिल्ली की यात्रा करेंगे | आज नेहरू पार्क स्थित शहीद स्मारक पर जिले के पूर्व सैनिकों का हुजूम उमड़ा | 20 फरवरी को प्रथम उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा जाएगा | जंतर मंतर के लिए फिर मार्च-सैनिक होगा | पूर्व सैनिक आज भिवानी के स्थानीय नेहरू पार्क में एकत्रित हुए। उन्होंने शहीद स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की और फिर सरकार द्वारा वन रैंक वन नीति में विसंगति के लिए सरकार को कोसा। उन्होंने कहा कि सरकार ने एक नीति बनाई लेकिन उसने एक विसंगति छोड़ दी। जिससे उन लोगों को अब तक 97 प्रतिशत पैसा नहीं मिला है।उन्होंने कहा कि अब वह आंदोलन करने जा रहे हैं।बैठक के प्रति पूर्व सैनिकों ने सरकार को खूब कोसा।उन्होंने कहा कि सरकार ने कई घोषणाएं की लेकिन उनका कोई फायदा नहीं हुआ।आज हवलदार और कर्नल के बीच पेंशन का फासला बहुत बढ़ गया है।
पूर्व सैनिक महेश चौहान, नेत्रपाल, मोहित यादव, कृष्णा सहवाल ने कहा कि सरकार ने घोषणा की लेकिन विसंगति छोड़ दी | जिससे जो लाभ मिलना चाहिए था वह आज तक नहीं मिल पाया है।आज उनके बड़े-बड़े अधिकारी इसका भरपूर लाभ उठा रहे हैं, लेकिन वे अभी भी उस लाभ से महरूम हैं।उन्होंने कहा कि वे अब अपनी इस मांग को लेकर जंतर-मंतर पर एकत्रित होंगे | इसके लिए वह सबसे पहले 20 फरवरी को डीसी के माध्यम से ज्ञापन देंगे, इसके बाद जंतर-मंतर के लिए कूच करेंगे | वहीं, इस मामले में जब कृषि मंत्री जेपी दलाल से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में सभी को शांतिपूर्वक विरोध करने का अधिकार है।उन्होंने कहा कि खजाने पर पहला हक गरीबों का है।