पिछली बार के मुकाबले अंबाला में पराली जलने के मामले कम... किसानो पर लगा 2 लाख रुपए का जुर्माना
पिछली बार के मुकाबले अंबाला में इस बार पराली जलने के मामले काफी कम सामने आए है !! वही लगभग 2 लाख रुपए का जुर्माना भी किसानों पर लगाया गया है !! पर जिन किसानों ने पराली जलाई है उन्होंने साफ तौर पर ये कहा है की सरकार के द्वारा दिए गए डिकंपोजर से पराली नष्ट नहीं हुई जिसकी वजह से हम पराली जलानी पड़ी !!
Ambala (Ankur Kapoor): सरकार के द्वारा इस बार पराली न जलाने को लेकर किसानों को कई निर्देश दिए गए थे और किसानों को जागरूक भी किया गया था पर लेकिन फिर भी अंबाला में इस बार पराली जली हालांकि अच्छी बात यह रही कि पिछली बार से पराली जलाने के मामले काफी कम इस बार सामने आए हैं !! वही जब किसानों से पूछा गया कि आखिर पराली क्यों जलाई जाती है तो उन्होंने साफ तौर पर यह जवाब दिया कि सरकार के द्वारा जो डिकम्पोज़र उन्हें दिया जाता है उससे पराली नष्ट नहीं होती है 15 से 20 दिन इंतजार करने के बावजूद पराली नष्ट नहीं होती जिसके बाद हमें मजबूरन पराली को आग लगानी पड़ती है !! और सरकार की गलती होने के बाद भी वे हमारे चालान काटते हैं जो कि सरासर गलत है
इस बारे में कृषि विभाग के उपनिदेशक डॉ गिरीश नागपाल से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि ऐसा कोई भी मामला हमारे संज्ञान में नहीं आया है और डीकंपोज करने के बाद 15 से 20 दिन के अंदर पराली अपने आप नष्ट हो जाती है और हमारे सामने कई ऐसे मामले थे कि जहां पर खेतों में मशीन चलने के बावजूद भी पराली आसानी से डीकंपोज हो गई है !!