[snajay khanna ,gurugram ]
साइबर सिटी गुरुग्राम में अब एनएचएम कर्मी हड़ताल पर बैठ गए है। एनएचएम कर्मियों की हड़ताल से साइबर सिटी गुरुग्राम में स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा गई है। एनएचएम कर्मियी की मांग है कि उन्हें पक्की नोकरी दी जाए। पिछले काफी समय से वह अपनी मांगे सरकार के सामने रखते आ रहे है, लेकिन उनकी मांगों पर सरकार कोई ध्यान नही दे रही है, जिसके चलते मजबूरी में उन्हें हड़ताल का सहारा लेना पड़ रहा है। एनएचएम कर्मियों की माने तो 1998 से वह हड़ताल करते आ रहे है,लेकिन किसी भी सरकार ने उनकी मंगो पर गौर नही किया है। हालांकि सरकार ने उन्हें कोरोना वारियर का सम्मान जरूर दिया था,लेकिन उन्हें पक्की नोकरी नही दी गई। मंहगाई के इस दौर में अब उन्हें अपनी गृहस्थी चलानी मुश्किल हो गई है। मजबूरी में उन्हें हड़ताल का सहारा लेना पड़ रहा है।
साइबर सिटी गुरुग्राम में अब एनएचएम कर्मी हड़ताल पर बैठ गए है। एनएचएम कर्मियों की हड़ताल से साइबर सिटी गुरुग्राम में स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा गई है। एनएचएम कर्मियी की मांग है कि उन्हें पक्की नोकरी दी जाए। पिछले काफी समय से वह अपनी मांगे सरकार के सामने रखते आ रहे है, लेकिन उनकी मांगों पर सरकार कोई ध्यान नही दे रही है, जिसके चलते मजबूरी में उन्हें हड़ताल का सहारा लेना पड़ रहा है। एनएचएम कर्मियों की माने तो 1998 से वह हड़ताल करते आ रहे है,लेकिन किसी भी सरकार ने उनकी मंगो पर गौर नही किया है। हालांकि सरकार ने उन्हें कोरोना वारियर का सम्मान जरूर दिया था,लेकिन उन्हें पक्की नोकरी नही दी गई। मंहगाई के इस दौर में अब उन्हें अपनी गृहस्थी चलानी मुश्किल हो गई है। मजबूरी में उन्हें हड़ताल का सहारा लेना पड़ रहा है।
एनएचएम कर्मियों को कांग्रेस का साथ मिलने से नया जोश देखने को मिला। धरना स्थल पर पहुचे पूर्व खेलमंत्री सुखबीर कटारिया ने प्रदेश सरकार पर जम कर निशाना साधा। पूर्व खेल मंत्री सुखबीर कटारिया की मॉने तो पिछले दस साल के दौरान कोई भी सरकारी विभाग ऐसा नही रहा जिसके कर्मचारी हड़ताल पर न बैठे हो। सरकार कर्मचारियो की जायज मांगे भी मानने को तैयार नही है। जो कि निददनीय है। एनएचएम कर्मी पक्की नोकरी की मांग कर रहे है। कोरोना काल मे इन्ही कर्मियों ने अपनी जान की परवाह न करते हुए लोगो की सेवा में दिन-रात एक कर दिया था। अब कर्मचारी मांग कर रहे है तो सरकार को ध्यान देना चाहिए। प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनते ही कर्मचारियों की जायज मानगो पर पहली कलम से फैसला किया जाएगा।
एनएचएम कर्मियों की हड़ताल कब तक जारी रहेगी यह तो समय ही बताएगा। फिलहाल तो कर्मचारियों की इस हड़ताल से स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हो रही है।