चैत्र नवरात्रि के आठवें दिन होती है मां गौरी की पूजा, जाने पूजा विधि और शुभ रंग
नवरात्रि के आठवें दिन की जाती है मां गौरी की पूजा, महाअष्टमी के दिन कन्या पूजन भी किया जाता है। माना जाता है कि मां गौरी की पूजा करने से अखंड सुहाग और सौभाग्य की प्राप्ती होता है।
||Delhi||Nancy Kaushik||नवरात्रि के आठवें दिन की जाती है मां गौरी की पूजा, महाअष्टमी के दिन कन्या पूजन भी किया जाता है। माना जाता है कि मां गौरी की पूजा करने से अखंड सुहाग और सौभाग्य की प्राप्ती होता है।
पुरानी कथा-कहानीयों के अनुसार भगवान शिव को पाने के लिए मां गौरी ने कठिन तपस्या की जिसके दौरान वह धुल-मिट्टी से ढक गई जिसके बाद स्वयं शिव ने अपनी जटाओं से बहती हुई गंगा से मां को साफ किया, इसी कारण माता के इस रुप का नाम महागौरी पड़ा।
महाअष्टमी के दिन इस मंत्र का जाप करना शुभ माना जाता है-
'सर्वमङ्गल माङ्गल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके। शरण्ये त्र्यम्बके गौरी नारायणी नमोस्तुते'
पूजा विधि-
सुबह जल्दी उठकर स्नान करे उसके बाद मां को सफेद वस्त्र अर्पित करें फिर मां को काले चने और नारियल का भोग लगाकर कन्या पूजन करें।
शुभ रंग-
मां गौरी का पसंदीदा रंग सफेद है,उन्हे श्वेताम्बरधरा भी कहा जाता है।