||YamunaNagar|| Aditya Kumar|| हरियाणा सरकार में विकास एवं पंचायत मंत्री देवेंद्र सिंह बबली ने वीरवार को स्थानीय नैशनल मुकुंद लाल कालेज में नवनिर्वाचित जिला परिषद्, पंचायत समिति तथा सरपंचो के जिला स्तरीय सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करते हुए उनसे सीधा संवाद किया।
सम्मेलन में संबोधित करते हुए देवेंद्र सिंह बबली ने नवनिर्वाचित पंचायत प्रतिनिधियों का आह्वान किया कि सरकार द्वारा गांव की मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए 10 सूत्रीय कार्यक्रम तैयार किया गया है जिनमें ग्राम सचिवालयों के आधुनिकीकरण, गांवों में कम्युनिटी सेटरों का निर्माण, भ्रष्टाचार समाप्त करने के लिए 2 लाख से उपर के विकास कार्यों के लिए ई-टेंडरिंग, गंदे पानी की निकासी के लिए प्रबंधन, पौधारोपण करके गांव हरा-भरा करना, गांव को स्वच्छ बनाने के लिए कार्ययोजना, ठोस कूड़ा- कचरा प्रबंधन, ई-लाइब्रेरी, आधुनिक इंडोर जिम तथा महिला संस्कृति केन्द्र आदि शामिल है। उन्होंने कार्यक्रम में जन प्रतिनिधियों से सीधे संवाद करते हुए उन्हें गांव में निष्पक्षता व भाईचारे के साथ काम करने के लिए प्रेरित किया।
अपने संबोधन में श्री देवेन्द्र सिंह बबली ने कहा कि ग्रामीण विकास पर फोकस रखते हुए पंचायती राज संस्थान के जन प्रतिनिधि सक्रिय रूप से अपनी जिम्मेदारी निभाएं। उन्होंने कहा जन प्रतिनिधि ग्रामीणों की सांझेदारी के साथ प्राथमिकता के आधार पर गांव में विकास संबंधी प्रस्ताव बनाकर भेजें । उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि पंचायतों से मिलने वाले प्रस्तावों को बिना किसी देरी के आगे बढ़ाने का काम करें। सम्मेलन में विकास एवं पंचायत मंत्री ने पंचायत प्रतिनिधियों को जीरो टॉलरेंस नीति पर कार्य करते हुए विकास में भागीदार बनने के लिए प्रेरित किया।
मंत्री देवेंद्र सिंह बबली ने नवनिर्वाचित पंचायत प्रतिनिधियों को बधाई देते हुए कहा कि ग्रामीण विकास की जिस सोच के साथ आप जन प्रतिनिधि बने हैं उस पर खरा उतरते हुए जनसेवा को समर्पित होकर कार्य करने में आगे बढ़ें, सरकार आपका पूरा सहयोग करेगी। उन्होंने कहा कि पंचायत प्रतिनिधि गांवों का विकास नेक व साफ नियत से करवाने का काम करें। उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल व उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला की सोच है कि मूलभूत सुविधाएं घर-घर तक पहुंचे ऐसे में बतौर पंचायत प्रतिनिधियों के रूप में आप सभी को अपना दायित्व निभाते हुए आगे बढऩा है।