दिल्ली में आगामी निगम चुनाव के मद्देनजर चुनाव की तारीखों की घोषणा ||P24 News
राजधानी दिल्ली में आगामी निगम चुनाव के मद्देनजर चुनाव की तारीखों की घोषणा होने के बावजूद खुलेआम आचार संहिता की धज्जियां उड़ाई जा रही है. दिल्ली के बख्तावरपुर गांव वार्ड no5 के अलग अलग इलाकों में विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के कार्यकर्ता आचार संहिता को दरकिनार कर पोस्टर और बैनर के माध्यम से अपनी दावेदारी को मजबूत करते दिखाई दे रहे हैं.
Delhi || Neha Rajput|| राजधानी दिल्ली में चुनावी बिगुल बज चुका है, चुनाव आयोग ने आगामी 4 दिसंबर को दिल्ली की 250 निगम वार्डों पर मतदान का ऐलान किया, जिसके नतीजे 7 दिसंबर को आएंगे. दिल्ली में चुनावी घोषणा के साथ ही आचार संहिता भी लागू हो गई है. हालांकि राजनीतिक पार्टियों द्वारा अभी प्रत्याशियों की घोषणा नहीं की गई है, लेकिन बावजूद इसके दिल्ली के नरेला विधानसभा के वार्ड 5 में अलग अलग पार्टियों में नए नए चेहरे अपनी दावेदारी को मजबूत करते दिख रहे हैं. तमाम पार्टियों के कार्यकर्ता अपनी दावेदारी ठोकते हुए पोस्टर और बैनर के माध्यम से अपना प्रचार प्रसार कर रहे हैं. ये पोस्टर और बैनर जहां एक ओर दिल्ली की सुंदरता को बिगाड़ने का काम कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर इन पोस्टर और बैनर के माध्यम से खुलेआम आचार संहिता की भी धज्जियां उड़ाई जा रही है. दिल्ली में आचार संहिता लगने के बावजूद ये पोस्टर और बैनर का दौर बदस्तूर जारी है, जो प्रशासन की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े कर रहा है.
आपको बता दें कि इस तरह की तस्वीर कोई विशेष जगह नहीं बल्कि हर जगह देखी जा सकती है. दिल्ली के अलग अलग इलाकों में लगे ये पोस्टर और बैनर प्रशासन से यह सवाल करने पर मजबूर हो रहा है कि आखिर इस पर कोई भी विभागीय कार्यवाही क्यों नहीं हो रही है. इस तरह की पोस्टरबाजी के बावजूद किसी तरह का एक्शन ना होना प्रशासन के सुस्त रवैए को भी दर्शा रहा है, जबकि आचार संहिता लागू होते ही प्रशासन द्वारा सबसे पहले पोस्टरबाजी के खिलाफ कार्यवाही की जाती है, लेकिन यहां तो तमाम दीवारे और खंभे पोस्टर से पटे पड़े हैं, जो दिल्ली की सुंदरता को भी बिगाड़ रहे हैं. साथ ही इस तरह की तस्वीर चुनाव आयोग को भी चुनौती देने का काम कर रही है.
गौरतलब है कि राजधानी दिल्ली में चुनाव आयोग ने बीते 4 नवंबर को एमसीडी के चुनाव की तारीखों की घोषणा कर दी थी, जिसके बाद अब दिल्ली में आचार संहिता लागू हो गई है. आपको बता दें कि दिल्ली में अभी राजनीतिक पार्टियों द्वारा प्रत्याशियों की घोषणा भी नहीं की गई है, इसके बावजूद अपनी दावेदारी ठोकते हुए विभिन्न पार्टियों के कार्यकर्ता खुलेआम आचार संहिता की धज्जियां उड़ाने का काम कर रहे हैं. उस पर तुर्रा यह कि खुलेतौर पर इस तरह की पोस्टरबाजी के बाद भी इन लोगों पर कोई कार्यवाही नहीं हो रही है, जो प्रशासन की लापरवाही को भी दर्शा रहा है. ऐसे में अब देखना यह होगा कि आखिर कब तक प्रशासन नींद से जागता है और सख्त कार्यवाही की ओर अग्रसर होता है.