डायल 112 की तर्ज डायल 1962 मोबाइल वेटेरिनरी यूनिट के माध्यम से दी जा रही पशुओं को निशुल्क स्वास्थ्य सुविधा
पशुपालन को प्रोत्साहित करने के लिए केंद्र व हरियाणा सरकार के संयुक्त प्रयासों से डायल 1962 मोबाइल वेटेरिनरी यूनिट पशुपालकों के लिए लाभदायक साबित हो रही है। पशुपालक टोल फ्री नंबर 1962 पर कॉल करना कर इस सुविधा का लाभ उठा सकता है। मोबाइल यूनिट सीधे पशुपालक के दरवाज़े पर पहुँचेगी। इस मोबाइल वेटनरी यूनिट में दवा के साथ ही निशुल्क इलाज की व्यवस्था उपलब्ध है।
पशुओं के इलाज के लिए अब पशुपालकों को अब धक्के नहीं खाने पड़ रहे है। मोबाइल वेटेरिनरी यूनिट के माध्यम से पशुपालकों के दरवाज़े पर ही पशुओं का इलाज हो रहा है। यमुनानगर जिले में रादौर व बिलासपुर में दो मोबाइल वेटेरिनरी यूनिट का संचालन चल रहा है, जो घर घर जाकर पशुओं का इलाज कर रही हैं। रादौर में मोबाइल वेटेरिनरी यूनिट पर तैनात वीएलडीए चंद्रशेखर ने बताया कि यह योजना 26 फरवरी 2024 को हरियाणा में शुरू की गई थी। उन्होंने बताया कि यह सुविधा पशुपालकों के लिए काफ़ी फ़ायदेमंद है। उन्होंने कहा टोल फ्री नंबर डायल 1962 पर कॉल कर इस मोबाइल वेटेरिनरी यूनिट के माध्यम से दवाइयों के साथ साथ पालतू व बेसहारा पशुओं का निशुल्क इलाज किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इस मोबाइल वेटनरी यूनिट से रादौर पशु अस्पताल से 15 किलोमीटर तक का एरिया फिलहाल कवर किया जा रहा है और यह सुविधा दोपहर 12 बजे से रात 8 बजे तक दी जा रही है। आगामी दिनों में समय सीमा के साथ किलोमीटर का दायरा भी बढ़ाया जा सकता है। उन्होंने बताया कि प्रत्येक मोबाइल वेटनरी यूनिट में एक पशु चिकित्सक, एक सहायक और एक ड्राइवर तैनात है। वही रादौर पशु अस्पताल के चिकित्सक सुरेंद्र छौक्कर ने सरकार लगातार पशुपालन को बढ़ावा देने की दिशा में कार्य कर रही है, जिसके लिए कई योजनाएं चलाई जा रही है। उन्होंने पशुपालकों को इन योजनाओं का लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहित किया है। उन्होंने कहा कि इस मोबाइल वेटनरी यूनिट में इलाज के साथ दवाइयां भी निशुल्क दी जा रही है।