चरखी दादरी के निर्दलीय विधायक सोमबीर सांगवान ने कांग्रेस को समर्थन देने की बताई सच्चाई
हरियाणा प्रदेश में 3 निर्दलीय विधायकों द्वारा सरकार को दिया अपना समर्थन वापिस लेकर कांग्रेस के साथ खड़े हो गए हैं। जिसके बाद हरियाणा की सियासत में बड़ी हलचल शुरू हो गई है। इसी बीच चरखी दादरी के निर्दलीय विधायक सोमबीर सांगवान ने भाजपा छोड़कर कांग्रेस को समर्थन देने की पूरी सच्चाई बताई। उन्होंने कहा कि स्पष्ट किया कि लोकसभा चुनाव के रूझान आने के बाद जहां भाजपा व जजपा विधायकों में भगदड़ मचेगी वहीं ऐसे हालात होंगे कि भाजपा से असंतुष्ट विधायकों की ट्रेन भरकर कांग्रेस में पहुंचेंगे।
रखी दादरी। हरियाणा प्रदेश में 3 निर्दलीय विधायकों द्वारा सरकार को दिया अपना समर्थन वापिस लेकर कांग्रेस के साथ खड़े हो गए हैं। जिसके बाद हरियाणा की सियासत में बड़ी हलचल शुरू हो गई है। इसी बीच चरखी दादरी के निर्दलीय विधायक सोमबीर सांगवान ने भाजपा छोड़कर कांग्रेस को समर्थन देने की पूरी सच्चाई बताई। उन्होंने कहा कि स्पष्ट किया कि लोकसभा चुनाव के रूझान आने के बाद जहां भाजपा व जजपा विधायकों में भगदड़ मचेगी वहीं ऐसे हालात होंगे कि भाजपा से असंतुष्ट विधायकों की ट्रेन भरकर कांग्रेस में पहुंचेंगे।
हरियाणा के तीन निर्दलीय विधायकों के कांग्रेस में आने के बाद विपक्षी नेता अब अल्पमत में आई नायब सरकार को हटाकर प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग कर रही हैं। वहीं चरखी दादरी के निर्दलीय विधायक सोमबीर सांगवान ने स्पष्ट कहा कि हरियाणा भाजपा के विधायक तो ऐसे परेशान हैं कि लोकसभा चुनाव के बाद वे कांग्रेस में आएंगे और कांग्रेस का हरियाणा ग्राफ बढ़ेगा। एक सवाल के जवाब में सोमबीर सांगवान ने कहा कि साढ़े 4 साल भाजपा में रहकर मलाई नहीं खाई बल्कि भाजपा से दो साल पहले ही समर्थन वापिस ले लिया था। किसान व खिलाड़ी आंदोलन में चेयरमैनी का पद छोड़ दिया था। कभी खापों का दबाव नहीं रहा और ना ही कोई लोभ लालच रहा। सोमबीर सांगवान ने सीएम नायब सैनी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जो प्रदेशाध्यक्ष के भी काबिल नहीं, उसे हरियाणा क सीएम बना दिया। भाजपा के विधायक सिर्फ मनोहरलाल की भक्ति में लीन रहते हैं, उन्हें समाजहित से कोई सरोकार नहीं है। भ्रष्टाचार इतना बढ़ गया कि भाजपा में सिर्फ अधिकारी ही ऐश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा ने वायदे करके उनके साथ धोखेबाजी की और निर्दलीय विधायकों को अंधेरे में रखा। जब उनकी सच्चाई सामने आई तो भाजपा से समर्थन वापसी का फैसला लिया। साथ ही कहा कि अगर कांग्रेस द्वारा अविश्वास प्रस्ताव लाया जाएगा तो सबसे पहले सोमबीर सांगवान वोट देंगे। अब हरियाणा में ऐसे हालात हो गए हैं कि अल्पमत में हरियाणा सरकार आ गई है और सीएम को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए।