साइबर सिटी के वीर नगर में शमशान घाट की दीवार गिरने से मृतकों के गुस्साये परिजनों ने रविवार को पटौदी चौक पर जाम लिया दिया और पुलिस से गुहार लगाई की दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही की जाए। परिजनों के गुस्से को देखते हुए मौके पर भारी पुलिस बल की तैनाती कर दी गई। पुलिस अधिकारियों ने लोगो को समझाने का भी प्रयास किया, लेकिन लोग अपनी ज़िद पर अड़े रहे। अपनी 10 साल की मासूम बेटी को खोने वाले पिता का दर्द कैमरे पर छलक पड़ा। मृतका के पिता की माने तो करीब 2 साल पहले भी शमशान घाट के प्रधान राजू शर्मा को शिकायत दी गयी थी कि दीवार कमज़ोर है और इसको ठीक करवाया जाए, लेकिन उन्होंने कोई ध्यान नही दिया। लापरवाही के चलते इतना बड़ा हादसा हो गया। मृतका की दादी ने दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही करते हुए फांसी दिए जाने की मांग की है। स्थानीय निवासी मनोज ने कहा कि जब तक दोषियों के खिलाफ कार्यवाही नहीं होगी हम बच्चियों का पोस्टमार्टम नही करवाएंगे।
गौरतलब है की बीती शाम शमशान घाट की 18 फुट ऊंची दीवार भरभरा कर गिर पड़ी थी। इस हादसे में 2 मासूम बच्चियों समेत 5 लोगो ने अपनी जान गंवा दी। ऐसे में स्थानीय लोगो और परिजनों का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने रोड जाम कर दिया जिससे चारो तरफ जाम की स्थिति पैदा हो गयी। एसएचओ सेक्टर 9 ने लोगो को आश्वासन देते हुए कहा कि आज शाम तक दोषियों के खिलाफ कार्यवाही करते हुए उन्हें हिरासत में लिया जाएगा। जिसके बाद स्थानीय लोगो ने जाम खोलने का निर्णय लिया और चेतावनी देते हुए कहा कि यदि शाम तक कार्यवाही नही की गई तो ये लोग फिर से यहां पर पहुचेंगे और सड़क को जाम कर देंगे। फिलहाल जाम को खोल दिया गया है।
हादसे में मारे गए 5 लोगो की मौत के बाद पुलिस शमशान घाट प्रबंधन समिति के लोगो के खिलाफ कार्यवाही करने से क्यो कतरा रही है। यह एक सवाल खड़ा हो रहा है, जबकि पुलिस ने इस मामले में बाकायदा मुकदमा भी दर्ज कर लिया है। ऐसे में देखना होगा कि पीड़ितों को न्याय कब तक मिल पाता है।