जगदीश सिंह झींडा का बड़ा बयान अंबाला में प्रशासन ने जबरन गुरु घरों का प्रबंधन सरकारी कमेटी को सौंपने की कोशिश की जो नियमों के खिलाफ
अंबाला में प्रशासन पर गुरुघरों का प्रबंधन सरकार द्वारा गठित एडहॉक कमेटी को सौंपने की कोशिश करने का आरोप लगाया गया है | जिसके बाद जगदीश सिंह झींडा ने कुरुक्षेत्र के ऐतिहासिक गुरुद्वारा छठी पातशाही में पत्रकार वार्ता कर सरकार को चेताया कि अगर सरकार ने जबरदस्ती गुरु गुरु आवासों का प्रबंधन एडहॉक कमेटी को सौंपने की कोशिश की तो टकराव की स्थिति देखने को मिल सकती है |
|| Kurukshetra || Kartik Bhardwaj || अंबाला में प्रशासन ने जबरन गुरु घरों का प्रबंधन सरकारी कमेटी को सौंपने की कोशिश की, जो नियमों के खिलाफ है | अगर सरकार जबरदस्ती गुरु घरों का प्रबंधन सरकारी कमेटी को सौंप देगी तो उनका उग्र विरोध होगा खूनी संघर्ष हो सकता है।
अंबाला में प्रशासन पर गुरुघरों का प्रबंधन सरकार द्वारा गठित एडहॉक कमेटी को सौंपने की कोशिश करने का आरोप लगाया गया है | जिसके बाद जगदीश सिंह झींडा ने कुरुक्षेत्र के ऐतिहासिक गुरुद्वारा छठी पातशाही में पत्रकार वार्ता कर सरकार को चेताया कि अगर सरकार ने जबरदस्ती गुरु गुरु आवासों का प्रबंधन एडहॉक कमेटी को सौंपने की कोशिश की तो टकराव की स्थिति देखने को मिल सकती है | और संभव है कि इस स्थिति में खूनी संघर्ष भी देखने को मिले।उन्होंने कहा कि अगर सरकार चाहती है कि एडहॉक कमेटी गुरु घर की सेवा करे तो सरकार को इसकी देखरेख करने वाले लोगों को नोटिस जारी करना चाहिए था | डीसी ऑफिस में कॉल लेना प्रबंधन नियमों के खिलाफ है।
आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद हरियाणा को अलग गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की जिम्मेदारी मिली है और उसके बाद चुनाव तक सरकार की ओर से एडहॉक कमेटी का गठन किया गया है, लेकिन अभी तक प्रबंधन पुरानी कमेटी संभाल रही है. गुरु घर की। आरोप लगाया गया है कि अंबाला के उपायुक्त ने कल अंबाला के गुरुद्वारा मंजी साहिब के प्रबंधक को बुलाया और उनसे गुरुद्वारा का प्रबंधन करने की कोशिश की |