|| Bhiwani || Aditya Kumar || वेतन विसंगतियों को लेकर सिंचाई विभाग के कार्यालय में क्लर्क एसोसिएशन वेलफेयर सोसाइटी ने किया प्रदर्शन. प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों ने कहा कि पिछले कई वर्षों से कलर 35400 पे ग्रेड करने की मांग कर रहे हैं लेकिन सरकार इस तरफ कोई ध्यान नहीं दे रही. जब तक सरकार क्लर्क एसोसिएशन की मांगो की तरफ ध्यान नहीं देंगी तब तक कलर काली पट्टी लगाकर अपना काम करेंगे. प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों ने इसी बजट सत्र में ए ग्रेड बनाने की मांग की कहा अगर सरकार पे ग्रेड नहीं बढ़ाएगी तो उन्हें सख्त कदम उठाना पड़ेगा.
आज सिंचाई विभाग भिवानी के कार्यालय में कलर एसोसिएशन वेलफेयर सोसाइटी द्वारा क्लर्क की बेसिक पे 35400 करने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया. उन्होंने कहा कि सरकार ने अन्य विभागों में वेतन विसंगतियों को दूर किया है. लेकिन क्लर्क एसोसिएशन की मांगों की तरफ कोई भी ध्यान नहीं दिया. इसको लेकर कर्मचारियों में रोष है उन्होंने कहा कि 6 फरवरी से पूरे हरियाणा में क्लर्क काली पट्टी बांधकर अपनी नाराजगी जाहिर कर रहे हैं. और अनिश्चित काल के लिए वह काली पट्टी लगाकर अपना काम करेंगे. उन्होंने कहा कि अगर सरकार उनकी मांगों की तरफ ध्यान नहीं देगी तो उन्हें सख्त कदम उठाना पड़ेगा और कर्मचारी अपनी मांगों को पूरा करवाने के लिए किसी भी हद तक जाने के लिए तैयार हैं और अन्य कई यूनियन भी इस मांग का समर्थन कर रहे हैं.
नीरज तंवर जिला प्रधान ने बताया कि सरकार ने हमारा वेतन 35400 नहीं किया है. हम पिछले कई वर्षों से ही सरकार से मांग कर रहे हैं हमारा वेतनमान 19 900 से बढ़ाकर 35400 किया जाए. इसको लेकर हम कई बार डीसी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भी सौंपा चुके हैं. लेकिन सरकार इस तरफ कोई भी ध्यान नहीं दे रही. आज उसी के विरोध में सभी कलर अपना विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.
मीडिया प्रभारी नेत्रपाल ने बताया कि क्लर्क पीछे नहीं हटेंगे और अपनी मांगों के लिए किसी भी कीमत तक जाने के लिए तैयार है और उन्होंने कहा कि सरकार कलर की वेतन विसंगतियों को दूर करवाने की कोशिश करें और जल्द से जल्द इस समस्या का समाधान करें. नहीं तो उन्हें मजबूरी बस आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ेगा इसके लिए सरकार स्वयं जिम्मेदार होगी.
मनजीत सचिव ने बताया कि पिछले 2 दिनों से कलर काली पट्टी बांधकर सरकार के रवैया के विरोध में अपना काम कर रहे हैं. उन्होंने सरकार से मांग की है कि सरकार इसी बजट सत्र वेतनमान बढ़ाकर संतुष्ट करने का काम करें. अन्यथा उन्हें सख्त कदम उठाना पड़ेगा और कर्मचारी अनिश्चितकाल के लिए काली पट्टी बांधकर अपना प्रदर्शन करेंगे. जब तक सरकार उनकी मांगे नहीं मानेगी.