कुंडली के हॉस्टल मे दस साल के छात्र के साथ दुर्व्यवहार, आत्महत्या करने को किया मजबूर,प्रिन्सिपल ने कहा ये है छोटी मोटी घटना
शिक्षा के मंदिर मे स्टूडेंट के साथ सीनियर द्वारा किया गया दुराचार, प्रिन्सिपल ने कहा ये है छोटी मोटी घटना । बच्चे का भविष्य खराब करने की धमकी ।
घटना हैं दिल्ली के कुंडली स्थित TDI international School की जहां हॉस्टल मे शोषण के शिकार महज 10 साल ले बच्चे ने छत से कूदकर आत्म हत्या करने की कोशिश की। उसने बताया कि उसके हॉस्टल मे उसके साथ कई बार मारपीट और सेक्सुयल हरेसमेंट भी हुआ । और आखिरकार डरा धमका कर उसे आत्महत्या करने पर मजबूर कर दिया गया। वो तो गनीमत हो उसके दोस्तों का, जिसने उसे समय रहते बचा लिया।
उस बच्चे ने खुद अपनी आप बीती की कहानी बताई कि किस हद तक उसे तड़पाया गया । उसके साथ molestation कि हदें पार की गईं और उसे आत्महत्या करने पर मजबूर किया गया। अभिभावक की गैर मौजूदगी मे कुछ स्कूल्स और होस्टेल्स मे बच्चों का क्या हाल होता हैं और वो किस तरह से ज़िंदगी गुजारने को बाध्य होते हैं इसका आँखों देखा प्रमाण हैं यह । कुंडली का टीडीआई स्कूल का नाम भी अब उन्ही स्कूलों मे दर्ज हो गया हैं । बच्चे के तीन सीनियर ने उस छ्ठी कक्षा के मासूम से बच्चे से जो ना करवाना हो वो करवाया। सफाई, जूते पोलिस सब करवाया और शारीरिक यातनाएं भी दी । कई बार उसे मारा गया और धमकाया गया ।
पूरी घटना जानने के बाद अभिभावकों ने स्कूल प्रशासन और प्रिन्सिपल से बात की और उचित कारवाई और शिकायत करवाने की अर्जी लगाई तो प्रिन्सिपल की मर चुकी आत्मा का उदाहरण देखिये कि ने इस रोंगटे खड़े करने वाली घटना को छोटी मोटी घटना करार दिया और अपने स्कूल की शाख बचाने के लिए बच्चे का कैरक्टर सर्टिफिकेट बिगाड़ कर उसका भविष्य खराब कर देने की धमकी दी। अपने पावर और पहुँच के मद मे चूर उस प्रिन्सिपल ने तो ये तक कह दिया कि इस घटना का उतना बड़ा लैवेल नहीं हैं जिसका मुद्दा बनाया जाये । पुलिस शिकायत करने के बाद पुलिस भी कोई ठोस कारवाई करने को तैयार नहीं हैं । TDI इंटरनेशनल स्कूल के प्रिन्सिपल द्वारा बिछाये गए जाल की वजह से घटना के बाद उसस बच्चे को कोई दूसरा स्कूल दाखिला नहीं दे रहा । अब उनका भविष्य अधर मे लटक गया हैं ।