अंबाला मे एक बार फिर से धुंध ने सफ़ेद चादर का रूप ले लिया है
अंबाला मे एक बार फिर से धुंध ने सफ़ेद चादर का रूप ले लिया है आलम ये है कि लोगो का अब जीना भी मुश्किल हो गया है जन जीवन पूरी तरह से अस्त व्यस्त हो गया है ! जहाँ दिन मे धूप निकल जाती है लेकिन वही सुबह होते होते गहरी धुंध हो जाती है जिस कारण विजिबिल्टी बहुत ही कम हो जाती है और रास्ता भी दिखना कम हो जाता है लोगो को अलाव का सहारा लेते व ज्यादातर चाय पीते देखा गया ! काम करने वाले और सैर करने वाले लोगो का कहना है कि उन्होंने इतनी ठण्ड और धुंध पहले नहीं देखी !
इस साल ठण्ड ने कई सालो का रिकॉर्ड तोड़ दिया है एक माह से भी ज्यादा समय हो गया है जो लगातार कोहरा व ठण्ड पड़ रही है कोहरे का ये आलम है कि कई -कई दिनों तक सूर्य देव के दर्शन नहीं हो पा रहे है अगर कुछ समय के लिए सूर्य देव लोगो को दर्शन देते भी है तो उससे अगले दिन ही इतना घना कोहरा आ जाता है कि रास्ता भी सही नज़र नहीं आता है लोगो को मजबूर अलाव का सहारा लेना पड़ता है या घरो मे राजाइयो मे दुबकने को मजबूर हो रहे है ! हालांकि मौसम विभाग ने आज से बरसात बताई हुई है जिससे लोगो को कोहरे से तो राहत मिल जाएगी लेकिन ठण्ड से राहत मिलने की उम्मीद कम है क्योंकि अभी पहाड़ो मे बर्फ पड़नी बाकि है जिसके कारण भी मैदानी इलाको मे ठण्ड बढ़ सजती है ! सैर करने वाले लोगो का कहना है कि वे हररोज सौर करने जाते है लेकिन कुछ दिनों से ठण्ड और धुंध इतनी ज्यादा है कि सैर सैर पर भी नहीं जा पा रहे है वही काम करने वाले व्यक्ति ने बताया कि उनकी उम्र 70 साल है लेकिन उन्होंने इतनी धुंध व ठण्ड नहीं देखी इस साल बहुत ही ज्यादा ठंड है ! लोगो का कहना है वे अलाव का सहारा ले रहे है ताकि इतनी ठण्ड से बचा जा सके !