इनेलो प्रदेशाध्यक्ष नफ़े सिंह राठी की हत्या का मामला।

इनेलो के प्रदेशाध्यक्ष नफे सिंह राठी हत्याकांड में सवा दो माह बाद आखिरकार सीबीआइ जांच शुरू हो गई है। सीबीआइ के दिल्ली स्थित सेट्रल जोन की स्पेशल क्राइम शाखा में तैनात एडीशनल एसपी प्रशांत श्रीवास्तव और डीएसपी मोहिंद्र के नेतृत्व में एक टीम बहादुरगढ़ पहुंची और एसआइटी में शामिल पुलिस अधिकारियों के साथ बराही रोड पर सांखौल फाटक के पास वारदात स्थल का निरीक्षण किया। सीबीआइ के अधिकारियों ने इसके बाद एसआइटी में शामिल पुलिस अधिकारियों से भी पूछताछ की तथा अब तक की गई जांच का पूरा ब्योरा हासिल किया। टीम ने एसआइटी से नफे राठी हत्याकांड को लेकर अब तक की गई जांच व अन्य कार्रवाई का पूरा रिकार्ड मांगा है। पुलिस की ओर से हत्याकांड से जुड़ी काफी रिकार्ड उपलब्ध करा दिया है। शेष रिकार्ड भी जल्द ही पुलिस की ओर से उपलब्ध करा दिया जाएगा।

इनेलो के प्रदेशाध्यक्ष नफे सिंह राठी हत्याकांड में सवा दो माह बाद आखिरकार सीबीआइ जांच शुरू हो गई है। सीबीआइ के दिल्ली स्थित सेट्रल जोन की स्पेशल क्राइम शाखा में तैनात एडीशनल एसपी प्रशांत श्रीवास्तव और डीएसपी मोहिंद्र के नेतृत्व में एक टीम बहादुरगढ़ पहुंची और एसआइटी में शामिल पुलिस अधिकारियों के साथ बराही रोड पर सांखौल फाटक के पास वारदात स्थल का निरीक्षण किया। सीबीआइ के अधिकारियों ने इसके बाद एसआइटी में शामिल पुलिस अधिकारियों से भी पूछताछ की तथा अब तक की गई जांच का पूरा ब्योरा हासिल किया। टीम ने एसआइटी से नफे राठी हत्याकांड को लेकर अब तक की गई जांच व अन्य कार्रवाई का पूरा रिकार्ड मांगा है। पुलिस की ओर से हत्याकांड से जुड़ी काफी रिकार्ड उपलब्ध करा दिया है। शेष रिकार्ड भी जल्द ही पुलिस की ओर से उपलब्ध करा दिया जाएगा। सीबीआइ की टीम ने नफे राठी के बेटे, भतीजे और अन्य स्वजनों से भी मुलाकात की और हत्याकांड से जुड़ी जानकारी हासिल की है। टीम ने नफे राठी के स्वजनों को भरोसा दिलाया कि इस हत्याकांड का राजफाश जल्द ही कर दिया जाएगा। हत्याकांड को अंजाम देने वाले सभी आरोपितों और षडयंत्रकारियों को गिरफ्तार किया जाएगा। किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। टीम ने पहले दिन इस हत्याकांड में करीब चार घंटे तक जांच की है।
दरअसल, इनेलो के प्रदेशाध्यक्ष पूर्व विधायक नफे सिंह राठी की 25 फरवरी को सांखौल-बराही मार्ग के रेलवे फाटक पर हत्या हुई थी। हमले में उनके साथ पार्टी कार्यकर्ता जयकिशन दलाल भी मारे गए थे, जबकि गाड़ी चला रहे नफे सिंह के भांजे संजय और सुरक्षागार्ड संजीत जख्मी हो गए थे। नफे सिंह राठी की हत्या के मामले में दो शूटर अभी फरार हैं। इन दोनों पर एक-एक लाख का इनाम है। इनमें अतुल और नकुल उर्फ दीपक शामिल हैं। इस मामले में शूटर सचिन उर्फ सौरव और आशीष उर्फ बाबा पकड़े जा चुके हैं। मामले में तीसरा आरोपित धर्मेंद्र को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर रखा है। वह बिजवासन का रहने वाला है। उस पर आरोप है कि हत्या में इस्तेमाल की गई आइ-20 गाड़ी का प्रबंध उसी ने किया था। मामले में अब लंदन में रहने वाले गैंगस्टर कपिल उर्फ नंदू का नाम सामने आया है। पुलिस ने नंदू के साथी अमित गुलिया को भी प्रोडक्शन वारंट पर लेकर पूछताछ की थी। बताया जा रहा है कि शूटरों को इस वारदात का टास्क अमित गुलिया से मिला था। अब इस मामले में कई सवाल अनसुलझे हैं। इनमें हत्या में जो हथियार इस्तेमाल हुए, वे किसके पास हैं। बताया जा रहा है कि चारों शूटराें ने गोलियां बरसाई थी, ऐसे में स्वाभाविक तौर पर चार हथियार प्रयोग हुए होंगे। पुलिस की ओर से इनमें तीन तरह के हथियार प्रयोग होने की संभावना जताई गई थी। इस पर बैलेस्टिक एक्सपर्ट की क्या रिपोर्ट आई, इसको लेकर पुलिस की ओर से कोई जानकारी सार्वजनिक नहीं की गई है।
इस मामले में पूर्व विधायक नरेश कौशिक, चेयरपर्सन सरोज राठी के पति रमेश राठी, उसके चाचा ससुर पूर्व चेयरमैन कर्मबीर राठी, देवर कमल राठी, पूर्व मंत्री मांगेराम राठी के पुत्र शतीश नंबरदार, पोता गौरव राठी व राहुल, नप के वाइस चेयरमैन राजपाल उर्फ पालेराम शर्मा के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। बाद में कांग्रेस नेता विजेंद्र राठी व उनके पुत्र संदीप राठी का नाम भी आरोपितों में शामिल किया गया था। इस हत्याकांड की जिम्मेदारी विदेश में बैठकर गैंग ऑपरेट कर रहे गैंगस्टर कपिल सांगवान उर्फ नंदू ने ली थी।
इनेलो प्रदेश अध्यक्ष स्वर्गीय नफेसिंह राठी के बेटे जितेंद्र राठी ने उम्मीद जताई है कि अब सीबीआई इस मामले में दूध का दूध और पानी का पानी कर देगी। जितेंद्र राठी का कहना है कि सीबीआई से उन्हें न्याय की उम्मीद है। लोकल पुलिस राजनीतिक दबाव के चलते इस मामले की गुथ्थी नहीं सुलझा पाई। इतना ही नहीं हत्याकांड के मुख्य शूटर अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। 
सीबीआई ने मामले की जांच शुरू कर दिया ऐसे में अब देखना होगा कि आखिर कब तक स्वर्गीय नफे सिंह राठी की हत्या की गुथ्थी सुलझेगी और पीड़ित परिवार को न्याय मिल सकेगा। इस वारदात के पीछे के मास्टरमाइंड का नाम भी अभी तक सामने नहीं आया है।