ना शिक्षक, ना सुविधाएं कैसे बन पाएंगे डॉक्टर: आयुर्वेदिक कालेज में छात्रों ने अभिभावकों के साथ बवाल काटा
चरखी दादरी। आयुर्वेदिक कालेज में ना शिक्षक और ना ही सुविधाएं। ऐसे में विद्यार्थी कैसे डाक्टर बन पाएंगे। दादरी के एमएलआर आयुर्वेदिक कॉलेज में तीन साल की एडवांस फीस जमा करवाने के बावजूद स्टाफ नहीं होने पर विद्यार्थियों व अभिभावकों ने जमकर वाल काटा और कॉलेज प्रशासन पर गंभीर आरोप जड़े। साथ ही अभिभावकों ने विद्यार्थियों के साथ समाधान नहीं होने पर कक्षाओं का बहिष्कार करके यूनिर्वसिटी में शिकायत देने की बात कही।
चरखी दादरी। आयुर्वेदिक कालेज में ना शिक्षक और ना ही सुविधाएं। ऐसे में विद्यार्थी कैसे डाक्टर बन पाएंगे। दादरी के एमएलआर आयुर्वेदिक कॉलेज में तीन साल की एडवांस फीस जमा करवाने के बावजूद स्टाफ नहीं होने पर विद्यार्थियों व अभिभावकों ने जमकर वाल काटा और कॉलेज प्रशासन पर गंभीर आरोप जड़े। साथ ही अभिभावकों ने विद्यार्थियों के साथ समाधान नहीं होने पर कक्षाओं का बहिष्कार करके यूनिर्वसिटी में शिकायत देने की बात कही।
बता दें कि चरखी दादरी स्थित मुरारी लाल रासिवाया आयुर्वेदिक कॉलेज में शिक्षकों की कमी होने व दूसरी मांगों को लेकर विद्यार्थियों व अभिभावकों पहुंचे और उन्होंने विद्यार्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने के आरोप लगाते हुए शीघ्र स्टाफ की नियुक्ति की मांग की। वहीं इस दौरान कॉलेज के ही कुछ शिक्षक और शिक्षिका सामने आए जिन्होंने कॉलेज प्रशासन पर परेशान करने के आरोप जड़े। बवाल काट रहे विद्यार्थी जतीन, वंदना, दिनेश, सन्नी व रिंपी इत्यादि ने कहा कि कहीं पर ये नियम नहीं हैं कि तीन साल की फीस एक साथ एडवांस में जमा करवाई जाए लेकिन उन पर प्रेसर डाल कर पूरी तीन साल की फीस जमा करवाई गई है। बावजूद इसके उन्हें सुविधा के नाम पर कुछ भी नहीं मिल रहा है। उन्होंने कहा कि दूसरी सुविधाएं तो दूर की बात है उन्हें पढ़ाने के लिए स्टाफ ही नहीं है। कॉलेज में 28 शिक्षकों के पद हैँ लेकिन इनमें से 17 ही भरे बाकि सभी खाली होने के कारण उनकी पढ़ाई पूरी तरह से प्रभावित हो रही है। वहीं यदि कोई विद्यार्थी इसको लेकर आवाज उठाता है तो उसके प्रेक्टिकल में नंबर नहीं लगाने व रि देने की बात कही जाती है। वहीं इस दौरान आयुर्वेदिक कॉलेज पहुंचे अभिभावकों ने कहा कि उन्होंने जैसे-तैसे कर तीन साल की फीस जमा करवा दी इसके बावजूद स्टाफ के अभाव में बच्चों की पढ़ाई प्रभावित कर उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ की जा रही है।
अभिभावक सुनील कुमार, संजय व प्रमिला ने कहा कि वे अपने बच्चों का भविष्य बर्बाद नहीं होने देंगे और जिला उपायुक्त से मिलकर समस्या उनके समक्ष रखेंगे। वहीं इस दौरान कॉलेज में कार्यरत शिक्षक दंपति भी मीडिया के सामने आया जिसने कॉलेज प्रशासन पर डिलीवरी के दौरान भी अवकाश नहीं दिए जाने और नौकरी से निकालने की धमकी देकर दवाब बनाकर कॉलेज बुलाने सहित मनमानी करने के आरोप जड़े हैं।