स्वस्थ मन-स्वस्थ तन अभियान के तहत निकाली गई साइकिल रैली

आजादी के अमृत महोत्सव की श्रृंखला में स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्वस्थ मन-स्वस्थ तन अभियान के तहत स्थानीय चौ. बंसीलाल सामान्य अस्पताल में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान सिविल सर्जन डॉ. रघुबीर शांडिल्य ने अस्पताल परिसर से स्काउट व एनसीसी के बच्चों की साइकिल रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

||Delhi||Nancy Kaushik||आजादी के अमृत महोत्सव की श्रृंखला में स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्वस्थ मन-स्वस्थ तन अभियान के तहत स्थानीय चौ. बंसीलाल सामान्य अस्पताल में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान सिविल सर्जन डॉ. रघुबीर शांडिल्य ने अस्पताल परिसर से स्काउट व एनसीसी के बच्चों की साइकिल रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। साइकिल रैली के माध्यम से बच्चों ने नागरिकों को स्वस्थ मन-स्वस्थ तन के प्रति जागरूक किया। सिविल सर्जन ने स्वास्थ्य के प्रति साइकिल जागरूक रैली में भाग लेने वाले विद्यार्थियों को प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया।
सिविल सर्जन डॉ. शांडिल्य ने बताया कि आजादी का अमृत महोत्सव के तहत भारत सरकार द्वारा अक्टूबर 2022 में टैली मानस के तहत मानसिक रोगियों के लिए यह प्रोग्राम शुरू किया गया था। देश के 27 राज्यों में टैली मानस के 38 सेंटर बनाए गए हैं। जिसके तहत अभी तक छह माह में देश में लगभग एक लाख फोन कॉल द्वारा लोगों को मानसिक विकारों व बीमारियों से बचाव के प्रति जागरूक किया गया है। उन्होंने बताया कि मानसिक रोगी व्यक्ति को कोई भी जानकारी लेनी है तो वह सरकार द्वारा जारी हेल्पलाइन नंबर 18008914416 पर कॉल करके पूर्ण जानकारी ले सकता है। उन्होंने बताया कि व्यक्ति अपने प्रतिदिन की दिनचर्या से कम से कम एक घंटा योगाभ्यास व व्यायाम करके अनेक प्रकार की बीमारियों से बच सकता है।
उन्होंने बताया कि किशोरावस्था और वयस्कता के शुरूआती वर्ष जीवन का वह वर्ष होता है जब कई बदलाव होते हैं, उदाहरण के लिए स्कूल बदलना, घर छोड़ना तथा कॉलेज, विश्वविद्यालय या नई नौकरी शुरू करना। कई लोगों के लिए ये रोमांचक तथा कुछ मामलों में यह तनाव और शंका का समय हो सकता है। इस आयु वर्ग के लोगों के लिए अतिरिक्त दबाव भी आता है। यह तनाव मानसिक रोग उत्पन्न कर सकता है। आगे जाकर यही डिप्रेशन के साथ ही इस तरह की अन्य मानसिक बीमारियों की वजह बन जाती है। मानसिक दिक्कतों को लेकर लोगों के बीच जागरूकता फैलाने के मकसद से मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम मनाये जाते है।
उप सिविल सर्जन डॉ. सुमन विश्वकर्मा ने बताया कि मानसिक स्वास्थ्य के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए प्रति माह जागरूक प्रोग्राम जैसे साईकिल रैली, कॉलेज व स्कूलों में प्रोग्राम, युवाओं व बड़े-बुजुर्गों के लिए गांव व शहर में नुक्कड़ नाटक मे माध्यम से जागरूकता अभियान के द्वारा जागरूक किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि मानसिक स्वास्थ्य के बिना कोई भी स्वस्थ नहीं है। प्रत्येक व्यक्ति अपने मन में अच्छे विचार ग्रहण करें तथा बुरे विचारों को मन में ना लाएं। मानसिक रोगी समय रहते चिकित्सीय परामर्श अवश्य ले।