अनुसूचित विभाग हरियाणा कांग्रेस ने बाबा साहेब की जयंती बड़े धूमधाम से छावनी के कांग्रेस भवन में मनाई व किया नमन।

प्रारूप समिति के अध्यक्ष के रूप में डॉ.अम्बेडकर ने महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वाह किया:-अशोक मेहता भीमराव अम्बेडकर जी का दुनिया व देश के लिए अथक योगदान कभी भुलाया नहीं जा सकता-अमीषा चावला वीवो :-कांग्रेस की नेत्री चित्रा सरवारा ने संविधान निर्माता बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर जी की 133 वीं जयंती पर उन्हें अम्बाला छावनी के कांग्रेस भवन में नमन किया। काँग्रेस भवन अम्बाला छावनी में आज अनुसूचित विभाग हरियाणा कांग्रेस कमेटी की उपाध्यक्ष लक्ष्मी देवी के नेतृत्व में डॉ भीमराव अंबेडकर जी का जन्म उत्सव व संविधान बचाओ का संकल्प लिया गया। जिसमें विशेष मुख्यातिथि के तौर पर चित्रा सरवारा व वशिष्ठ अतिथि के तौर पर वरिष्ठ कांग्रेस नेता व पंजाबी समुदाय के अध्यक्ष अशोक मेहता व अम्बाला शहर से वरिष्ठ कांग्रेस नेत्री अमीषा चावला व युवा कांग्रेस के नेतागण,सेवादल के सभी साथीगण मौजूद रहे। इस अवसर पर चित्रा ने संबोधित करते हुए कहा कि बाबा साहेब के विचार और उनका दिया संविधान देश की आत्मा है।

प्रारूप समिति के अध्यक्ष के रूप में डॉ.अम्बेडकर ने महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वाह किया:-अशोक मेहता
 भीमराव अम्बेडकर जी का दुनिया व देश के लिए अथक योगदान कभी भुलाया नहीं जा सकता-अमीषा चावला
वीवो :-कांग्रेस की नेत्री चित्रा सरवारा ने संविधान निर्माता बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर जी की 133 वीं जयंती पर उन्हें अम्बाला छावनी के कांग्रेस भवन में नमन किया। काँग्रेस भवन अम्बाला छावनी में आज अनुसूचित विभाग हरियाणा कांग्रेस कमेटी की उपाध्यक्ष लक्ष्मी देवी के नेतृत्व में डॉ भीमराव अंबेडकर जी का जन्म उत्सव व संविधान बचाओ का संकल्प लिया गया। जिसमें विशेष मुख्यातिथि के तौर पर चित्रा सरवारा व वशिष्ठ अतिथि के तौर पर वरिष्ठ कांग्रेस नेता व पंजाबी समुदाय के अध्यक्ष अशोक मेहता व अम्बाला शहर से वरिष्ठ कांग्रेस नेत्री अमीषा चावला व युवा कांग्रेस के नेतागण,सेवादल के सभी साथीगण मौजूद रहे। इस अवसर पर चित्रा ने संबोधित करते हुए कहा कि बाबा साहेब के विचार और उनका दिया संविधान देश की आत्मा है।
इस अवसर पर चित्रा ने काँग्रेस भवन में कार्येकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए कहा की डॉ.भीमराव अम्बेडकर जी एक श्रेष्ठ चिन्तक,ओजस्वी लेखक,तथा यशस्वी वक्ता एवं स्वतंत्र भारत के प्रथम कानून मंत्री भारतीय संविधान के प्रमुख निर्माणकर्ता थे। विधि विशेषज्ञ,अथक परिश्रमी एवं उत्कृष्ट कौशल के धनी व उदारवादी,परन्तु सुदृण व्यक्ति के रूप में डॉ अंबेडकर ने संविधान के निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान दिया।डॉ.अंबेडकर को भारतीय संविधान का जनक भी कहा जाता है।
इस अवसर पर चित्रा सरवारा ने आज के दिन को ऐतिहासिक दिन बताते हुए कहा की आज ही के दिन श्री गुरु गोविंद सिंह जी ने 1699 में श्री आनंदपुर साहिब में खालसा पंथ की स्थापना की थी उन्होंने कहा 14 अप्रैल के दिन को वैसाखी के त्योहार के रूप में भी मनाया जाता है। शहीदों को याद करते हुए चित्रा ने कहा की अमृतसर के जलियांवाला बाग में जरनल डायर ने अनेको बेकसूर लोगो पर गोलियां चलवाई थी।इस हत्याकांड में हजारों देश भक्तो ने अपना बलिदान दिया कई हजारो लोग जख्मी हो गए थे।यह अंग्रेजी हुकूमत की एक सोची समझी साजिश और दमनकारी नीति थी जिसके अनुसार लोगो को मारा गया ताकि कोई भी ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ कोई आवाज ना उठा सके।
इस अवसर पर वरिष्ठ कांग्रेस व पंजाबी नेता अशोक मेहता ने कहा की डॉ.अम्बेडकर जी की लोकतंत्र में गहरी आस्था थी। वह इसे मानव की एक पद्धति मानते थे। उनकी दृष्टि में राज्य एक मानव निर्मित संस्था है। इसका सबसे बङा कार्य समाज की आन्तरिक अव्यवस्था और बाहरी अतिक्रमण से रक्षा करना है।उन्होंने कहा की अनेको कष्टों को सहन करते हुए डॉ.अम्बेडकर जी ने अपने कठिन संघर्ष और कठोर परिश्रम से प्रगति की ऊंचाइयों को स्पर्श किया था।उनके अपने गुणों के कारण ही संविधान रचना में, संविधान सभा द्वारा गठित सभी समितियों में 29 अगस्त,1947 को “प्रारूप-समिति” जो कि सर्वाधिक महत्वपूर्ण समिति थी,उसके अध्यक्ष पद के लिये बाबा साहेब को चुना गया।प्रारूप समिति के अध्यक्ष के रूप में डॉ. अम्बेडकर ने महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वाह किया। संविधान सभा में सदस्यों द्वारा उठायी गयी आपत्तियों,शंकाओं एवं जिज्ञासाओं का निराकरण उनके द्वारा बङी ही कुशलता से किया गया।
इस अवसर पर वरिष्ठ कांग्रेस नेत्री अमीषा चावला ने बाबा साहब भीम राव अम्बेडकर जी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उनके व्यक्तित्व और चिन्तन का संविधान के स्वरूप पर गहरा प्रभाव पङा।उनके प्रभाव के कारण ही संविधान में समाज के पद-दलित वर्गों,अनुसूचित जातियों और जनजातियों के उत्थान के लिये विभिन्न संवैधानिक व्यवस्थाओं और प्रावधानों का निरुपण किया अंत में परिणाम स्वरूप भारतीय संविधान सामाजिक न्याय का एक महान दस्तावेज बन गया।चित्रा ने कहा की भारत रत्न से अलंकृत डॉ.भीमराव अम्बेडकर का अथक योगदान कभी भुलाया नहीं जा सकता।