अंबाला छावनी की गौशाला में सनातन धर्म सभा के द्वारा गुजरात की शैली पर आधारित पक्षियों के लिए घर बनाया जा रहा है

अंबाला छावनी की गौशाला में सनातन धर्म सभा के द्वारा गुजरात की शैली पर आधारित पक्षियों के लिए घर बनाया जा रहा है , जिसमें पक्षियों के लिए दाने व पीने के पानी की व्यवस्था भी की जा रही है,और इसकी खासियत यह है कि यह टावर की आकृति के तरह डिजाइन किया गया है, जिसकी लंबाई 51 फीट है और इसके अंदर छोटे-छोटे फ्लैट बनाए गए हैं जिसमें 6 पक्षी आराम से रह सकते हैं, यह पक्षी घर पूरे इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है।

मानव जीवन में पशु पक्षियों का अपना एक अलग ही महत्व है,और वही सनातन धर्म में भी पशु और पक्षियों की सेवा करना पुण्य का काम माना जाता है,इसी को देखते हुए  अंबाला छावनी के सनातन धर्म सभा के द्वारा रामबाग रोड स्थित गौशाला में पक्षी घर बनवाया जा रहा है,जिसका डिजाइन एक टावर की तरह किया गया है और इसको बनवाने के लिए गुजरात से कारीगरों को बुलाया गया है, इसकी खासियत यह है कि यह गर्मियों में  अंदर से ठंडा  रहेगा और वहीं सर्दियों में गर्म रहेगा, इसमें  लगभग 3360 पक्षियों के रहने की व्यवस्था की गई है  जिसमें पक्षियों के दाने व पीने के पानी की व्यवस्था की गई है, वही पक्षी घर की बनावट के कारण यह पूरे इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है और लोग इसको दूर-दूर से देखने के लिए पहुंच रहे हैं वही मीडिया से बात करते हुए सभा महासचिव सुधीर विंदलास ने बताया कि उनकी सभा के द्वारा यह प्रोजेक्ट बनवाया जा रहा है जो की  गुजरात की शैली पर आधारित है, और इसको बनाने के लिए भी गुजरात के कारीगरों को बुलाया गया है इसकी लंबाई 51 फुट है और यह पांच मंजिला बनाया गया है, इसमें 112 फ्लैट बनाए गए है जिसमें एक फ्लैट के अंदर लगभग 6 पक्षी आराम से रह सकते हैं, और इसकी खासियत यह भी है कि  इसका डिजाइन इस तरह से किया गया है कि इसके अंदर कोई बड़े पक्षी छोटे पक्षियों के ऊपर हमला भी नहीं कर सकता है, और उन्होंने बताया की इसमें हम पक्षियों के खाने व पीने के पानी की व्यवस्था पूर्ण रूप से कर रहे हैं, ताकि 24 घंटे पक्षी को दाने व पीने का पानी मिल सके, और उन्होंने बताया कि इसको पूरा बनवाने के लिए करीबन 9 से 10 लाख रुपए का खर्चा आएगा और वहीं उन्होंने यह भी बताया कि उनकी सभा के द्वारा  कई तरह के सामाजिक धार्मिक कार्य किए जा रहे हैं ।